कोटा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े करीब चार करोड़ ग्राहकों को 16 अक्टूबर से उनके खाते का रीयल टाइम अपडेट मिलना शुरू हो जाएगा। ईपीएफओ के वेब पोर्टल पर इसको ऑनलाइन देखा जा सकेगा। ईपीएफओ से जुड़ा कोई भी कर्मी अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर के जरिए यह जान सकेगा कि उसके एंप्लायर ने उसके भविष्य निधि का पैसा जमा कराया है या नहीं।
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) मेंबर्स पोर्टल की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अक्टूबर को ही कर सकते हैं। ईपीएफओ से जुड़े अधिकारी के मुताबिक इस योजना के पहले चरण को पूरा कर लिया गया है। यूएएन मिलने के बाद कर्मचारी को अपनी नौकरी बदलने के साथ ही पीएफ को ट्रांसफर या फिर निकलवाने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी। इतना ही नहीं इस योजना के लागू होने के बाद रिटायरमेंट फंड, पीएफ निकासी को लेकर कागजों पर होने वाला काम भी लगभग खत्म हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक ईपीएफओ में फिलहाल पंजीकृत करीब 4.18 करोड़ ग्राहक हैं। यह देश भर की करीब 4.3 लाख ऑफिस में काम करते हैं। अभी तक संगठन करीब 2.04 करोड़ ग्राहकों की बैंक डिटेल, 92.94 लाख ग्राहकों की पैन डिटेल और 35.4 लाख ग्राहकों के आधार कार्ड की जानकारी हासिल कर चुका है। अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के चलते ईपीएफओ अपने ग्राहकों का कम से एक अकाउंट नंबर जरूर चाहिए। इससे पहले ईपीएफओ ने देश के सभी ऑफिसों को अपने कर्मचारियों की बैंक डिटेल, अकाउंट नंबर और बैंक का आइएफसी नंबर देने का निर्देश दिया था।
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) मेंबर्स पोर्टल की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अक्टूबर को ही कर सकते हैं। ईपीएफओ से जुड़े अधिकारी के मुताबिक इस योजना के पहले चरण को पूरा कर लिया गया है। यूएएन मिलने के बाद कर्मचारी को अपनी नौकरी बदलने के साथ ही पीएफ को ट्रांसफर या फिर निकलवाने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी। इतना ही नहीं इस योजना के लागू होने के बाद रिटायरमेंट फंड, पीएफ निकासी को लेकर कागजों पर होने वाला काम भी लगभग खत्म हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक ईपीएफओ में फिलहाल पंजीकृत करीब 4.18 करोड़ ग्राहक हैं। यह देश भर की करीब 4.3 लाख ऑफिस में काम करते हैं। अभी तक संगठन करीब 2.04 करोड़ ग्राहकों की बैंक डिटेल, 92.94 लाख ग्राहकों की पैन डिटेल और 35.4 लाख ग्राहकों के आधार कार्ड की जानकारी हासिल कर चुका है। अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के चलते ईपीएफओ अपने ग्राहकों का कम से एक अकाउंट नंबर जरूर चाहिए। इससे पहले ईपीएफओ ने देश के सभी ऑफिसों को अपने कर्मचारियों की बैंक डिटेल, अकाउंट नंबर और बैंक का आइएफसी नंबर देने का निर्देश दिया था।
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