कोटा। इंटरनेट से कनेक्टेड रहना आज के युवाओं का खास शगल है। स्मार्टफोन में इंटरनेट आसानी से सर्फ किया जा सकता है। इसके लिए यूजर आप वाई-फाई, 3जी या फिर डाटा कार्ड और 4जी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यदि आपको बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन और बिना डाटा खर्च किए ही हाई-स्पीड डाटा मिल जाए तो... अविश्वसनीय लगा रहा होगा पर एक खास एप है- ‘बी बाउंड एप’ जो ऐसा करने में आपकी मदद करेगा।
बी बाउंड एप’ देता है सुविधा
बी-बाउंड एप की मदद से वाई-फाई, 3जी और डाटा कार्ड की जरूरत कम हो जाती है। यह एप यह एप गूगल प्ले पर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यह एप उन लोगों के लिए लाभदायक है जिन्हें घूमने का शौक है, साथ ही उन यूजर्स के लिए भी जो ई-मेल, फेसबुक, ट्विटर एक्सेस हर जगह चाहते हैं। इस एप में अपने सभी ई-मेल अकाउंट्स और जरूरी वेबपेज को सिंक्रोनाइज करना होता है।
कैसे करता हैं काम
यह एप बिना डाटा खर्च किए ही टेक्स्ट मैसेज के जरिए इंटरनेट का प्रयोग करने की सुविधा मुहैया कराता है। यह एप टेक्स्ट मैसेज को ट्रांसपोर्ट लेयर की तरह इस्तेमाल करता है। इंटरनेट सर्फिंग में ट्रांसपोर्ट लेयर का काम वेबपेज को यूजर की मशीन (स्मार्टफोन या कम्प्यूटर) तक पहुंचाने का होता है।
इस एप की मदद से वेबपेज या इंटरनेट सर्फिंग की रिक्वेस्ट टेक्स्ट मैसेज के द्वारा सर्वर तक पहुंचाई जाती है। टेक्सट मैसेज को इंटरनेट सर्फिंग के लिए इस्तेमाल करने से उन जगहों पर भी नेट एक्सेस किया जा सकता है जहां नेट का उपयोग संभव नहीं हो। इस एप की मदद से सिंक्रोनाइज किए हुए सभी अकाउंट्स पर लॉग इन कर सकते हैं।
टेक्स्ट मैसेज का लगता है चार्ज
हर बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने पर आपको एक टेक्स्ट मैसेज जितना पैसा चुकाना होगा इसी के साथ बी बाउंड एप के क्रेडिट्स जिन्हें काफी कम दाम में खरीदा जा सकता है। ऐसे में यह ऐप आपको साधारण नेट पैक से सस्ता पड़ेगा। इस ऐप को अगर आप इंटरनेशनल रोमिंग में इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके लिए इंटरनेशनल मैसेज का रेट लगेगा। बी-बाउंड ऐप बहुत अच्छा रिस्पांस दे रहा है। यह उन लोगों के लिए काफी सही साबित हो सकता है जिन्हें हमेशा ई-मेल एक्सेज करने की जरूरत पड़ती हो।
दिनेश माहेश्वरी
कोटा। अब बैंक अकाउंट खोलने के लिए आपको डॉक्युमेंट्स की लंबी लिस्ट बनाने की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही आप अपने मोबाइल नंबर से बैंक अकाउंट खोल पाएंगे। यही नहीं मोबाइल नंबर के जरिए इंश्योरेंस कराने से लेकर जमीन भी खरीद सकेंगे। सरकार इस योजना पर तेजी के साथ काम कर रही है। इसके लिए मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। बैंक खाते खोलने के लिए कोई और दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। केवल अपना मोबाइल नंबर देना होगा। 75 लाख आधार कार्डधारक सीधे इससे जुड़ेंगे और हर नागरिक को 1 जीबी का डिजिटल लॉकर मिलेगा।
क्या होगी प्रक्रिया
सरकार ग्राहकों के आधार नंबर को मोबाइल से जोड़ेगी। आधार कार्ड की बॉयोमीट्रिक डिटेल्स और मोबाइल नंबर मिलाकर एक कॉमन पासवर्ड जेनरेट किया जाएगा। उस पासवर्ड को धारक को दिया जाएगा। आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जुड़ने के बाद उस कॉमन पासवर्ड से मोबाइल धारक की पूरी जानकारी कुछ ही मिनटों में बैंक पा सकेंगे और उसी आधार पर बैंक अकांउट खोलेंगे। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार आरंभ में इस योजना को बैंक अकाउंट में खाता खोलने तक सीमित रखा जाएगा। बाद में इसी पासवर्ड का इस्तेमाल अन्य सरकारी कामों में भी किया जा सकेगा।
क्या होगा इसका फायदा
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इससे आम लोगों को काफी फायदा होगा। आधार कार्ड को साथ रखना और उसके नंबर को याद करना सबसे मुश्किल है। आम आदमी अपने साथ हमेशा मोबाइल रखता है और उसका नंबर उसे याद रहता है। जिस तरह से डेबिट कार्ड का इस्तेमाल पासवर्ड के जरिए किया जाता है, उसी तरह से अगर मोबाइल नंबर के साथ पासवर्ड देने से किसी का पूरी जानकारी मिल जाएगी तो बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों को किसी तरह के कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी।
ATM से जरिए बैंक अकाउंट से लिंक कराएं अपना आधार
यदि आप एसबीआई बैंक के ग्राहक हैं और आपके पास एटीएम कार्ड है तो बैंक एकाउंट को एटीएम कार्ड के जरिए ही आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को सुविधा देने यह योजना पूरे देश में एक साथ शुरू की है। ये सुविधा आज से पूरे देश में लागू की गई है। डायरेक्ट बेनीफिट टू ट्रांसफर एलपीजी (डीबीटीएल) गैस सब्सिडी स्कीम का लाभ लेने लोगों को अकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक करवाने को कहा जा रहा है। फिलहाल, लोगों को फार्म भरकर बैंक में देना पड़ता है। इसके बाद वहां से लिंक किया जाता है। कई ग्राहक जानबूझकर या गलती से सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। बैंक में पेंडेंसी बढ़ती जा रही है। बैंक ने समस्या से निपटने के लिए पेंडेंसी खत्म करने का तरीका खोज लिया है। बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि अब वे एटीएम कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए अपने एकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं
कोटा। प्रफेशनल करियर में सबके लिए सबसे अहम होता है, मनपसंद काम और बेहतर सैलरी। सैलरी के लिहाज से देश का आईटी क्षेत्र सबसे आकर्षक है। एक रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक सैलरी आईटी सेक्टर में मिलती है और सबसे कम एजुकेशन सेक्टर में। आईटी क्षेत्र के कर्मचारियों को औसत 341.8 रुपये प्रति घंटे का वेतन मिलता है। इसके बाद वित्तीय सेक्टर का नंबर आता है। इस सेक्टर में कर्मचारियों का औसत वेतन 291 रुपये प्रति घंटे है।
ऑनलाइन करियर और रिक्रूटमेंट सलूशन कंपनी मॉन्सटर इंडिया के अनुसार विभिन्न सेक्टरों में वेतन की बात की जाए तो आईटी क्षेत्र सबसे आगे है। इस क्षेत्र में कर्मचारियों को औसत 341.8 रुपये प्रति घंटे का वेतन मिलता है। मॉन्सटर के वेतन इंडेक्स के अनुसार निर्माण सेक्टर में 259 रुपये प्रति घंटे, एजुकेशन सेक्टर में 186.5 रुपये, स्वास्थ्य सेवा सेक्टर में 215 रुपये, कानून सेक्टर में 215.6 रुपये और विनिर्माण यानी मैन्युफैक्चरिंग तथा परिवहन सेक्टर में 230.9 रुपये प्रति घंटे का औसत वेतन मिलता है।
रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सेक्टर में कार्यरत कर्मचारियों को सबसे कम 186.5 रुपये प्रति घंटे का औसत वेतन मिलता है। रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इस सेक्टर में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में 18 प्रतिशत कम वेतन मिलता है। इसी तरह देश के आईटी सेक्टर में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में 34 प्रतिशत कम वेतन मिलता है। वहीं वित्तीय सेक्टर में यह अंतर 19 प्रतिशत का है।
कोटा। तेल कंपनियों ने एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर ग्राहकों को कुछ राहत दी है। 17 जनवरी को सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में 2.42 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 2.25 रुपए प्रति लीटर की कटौती की है। इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 58.91 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 48.26 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। हालांकि, अब भी पेट्रोल और डीजल ग्राहकों की जेब को काटने का काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार और तेल कंपनियां पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर कितने टैक्स लगा दे देती हैं कि ग्राहकों को असर कीमत का पता ही नहीं चलता।
क्या है पेट्रोल और टैक्स का गणित
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार से बीएस 3 की गुणवत्ता के बराबर गैसोलीन (पेट्रोल) की लागत एवं माल भाड़ा 67.09 डॉलर प्रति बैरल रहता है। वहीं, औसत एक्सचेंज रेट 63.26 डॉलर प्रति रुपए है। अब हम आपको बताते हैं कि पेट्रोल पर कितने तरह के टैक्स लगाए जाते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा लगाए जाने वाला टैक्स : 11.02 रुपए प्रति लीटर
एक्साइज ड्यूटी : 11.48 रुपए
वैट एवं सेस : 4.00 रुपए
राज्य सरकार द्वारा लगाए जाने वाला टैक्स : 8.00 रुपए
डीलर्स कमीशन (घरेलू संगठन के टैक्स) : 2.00 रुपए प्रति लीटर
कुल टैक्स : 34.50 रुपए प्रति लीटर
रिटेल बिक्री की कीमत दिल्ली में 58.91 रुपए प्रति लीटर
असल कीमत : 58.91 – 34.50 = 22.41 रुपए प्रति लीटर
इस हिसाब से अगर हर टैक्स को हटा दिया जाए तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 22.41 रुपए प्रति लीटर हो सकती है और जनता की जेब से बोझ हट सकता है।