Monday, March 2, 2015
Tuesday, February 24, 2015
बिना इंटरनेट इस्तेमाल करें जी-मेल
दिनेश माहेश्वरी
कोटा। अपनी बात को ई-मेल के जरिये पहुंचाने का काम जी-मेल आई डी अच्छे से करती है। फिर चाहे कम्प्यूटर से हो या आपके मोबाइल अथवा टैबलेट से, इंटरनेट कनेक्शन की मदद से हमारा मेल दूसरे यूजर तक चंद सेकेंड में पहुंच जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना इंटरनेट के इस्तेमाल से भी जी-मेल चालाया जा सकता है... आईये जानें कैसे।इंटरनेट के बिना यानी कि जी-मेल इस्तेमाल करने की प्रक्रिया को ऑफलाइन मोड पर जी-मेल चलाना भी कहते हैं। सबसे पहले ऐसा करने के लिए एक क्रोम एक्सटेंशन की जरूरत पड़ती है जो यूजर्स को अपने इनबॉक्स के मेल चेक करने की, उनका रिप्लाई करने की, सर्च करने की और ईमेल्स को आर्काइव करने की सुविधा देता है।
स्टेप्स से जानिये ऑफलाइन जीमेल खोलने की प्रक्रिया:
*ऑफलाइन मोड पर जी-मेल चलाने के लिए सबसे पहले इनबॉक्स के टॉप राइट साइड पर दिए सेटिंग्स आइकन में जाएं।
*वहां एक ‘ऑफलाइन टैब’ मौजूद हैम उसे क्लिक करें।
*यदि किसी कारण से आप अपने सिस्टम में क्रोम एक्सटेंशन इंस्टाल नहीं कर पाए हैं, तो सेटिंग्स मेन्यू में *‘इंस्टाल जी-मेल ऑफलाइन’ पर क्लिक करें।
*इसके बाद क्रोम एक्सटेंशन का पेज खुल जाएगा जिससे जी-मेल ऑफलाइन एप इंस्टाल किया जा सकता है।
*इस एप को आपके सिस्टम में डालने के बाद आप ऑफलाइन मैसेज चैक कर सकते हैं, मैसेज भेज सकते हैं और आरकाइव भी कर सकते हैं। यह सब कुछ बिना इंटरनेट कनेक्शन के चल सकेगा।
कोटा। अपनी बात को ई-मेल के जरिये पहुंचाने का काम जी-मेल आई डी अच्छे से करती है। फिर चाहे कम्प्यूटर से हो या आपके मोबाइल अथवा टैबलेट से, इंटरनेट कनेक्शन की मदद से हमारा मेल दूसरे यूजर तक चंद सेकेंड में पहुंच जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना इंटरनेट के इस्तेमाल से भी जी-मेल चालाया जा सकता है... आईये जानें कैसे।इंटरनेट के बिना यानी कि जी-मेल इस्तेमाल करने की प्रक्रिया को ऑफलाइन मोड पर जी-मेल चलाना भी कहते हैं। सबसे पहले ऐसा करने के लिए एक क्रोम एक्सटेंशन की जरूरत पड़ती है जो यूजर्स को अपने इनबॉक्स के मेल चेक करने की, उनका रिप्लाई करने की, सर्च करने की और ईमेल्स को आर्काइव करने की सुविधा देता है।
स्टेप्स से जानिये ऑफलाइन जीमेल खोलने की प्रक्रिया:
*ऑफलाइन मोड पर जी-मेल चलाने के लिए सबसे पहले इनबॉक्स के टॉप राइट साइड पर दिए सेटिंग्स आइकन में जाएं।
*वहां एक ‘ऑफलाइन टैब’ मौजूद हैम उसे क्लिक करें।
*यदि किसी कारण से आप अपने सिस्टम में क्रोम एक्सटेंशन इंस्टाल नहीं कर पाए हैं, तो सेटिंग्स मेन्यू में *‘इंस्टाल जी-मेल ऑफलाइन’ पर क्लिक करें।
*इसके बाद क्रोम एक्सटेंशन का पेज खुल जाएगा जिससे जी-मेल ऑफलाइन एप इंस्टाल किया जा सकता है।
*इस एप को आपके सिस्टम में डालने के बाद आप ऑफलाइन मैसेज चैक कर सकते हैं, मैसेज भेज सकते हैं और आरकाइव भी कर सकते हैं। यह सब कुछ बिना इंटरनेट कनेक्शन के चल सकेगा।
Friday, February 20, 2015
दुनिया की पहली हंसने वाली कार
टोयोटा यारिस अपनी तरह की दुनिया की पहली कार है। इसको कंपनी रेड नोज डे पर लॉन्च करने वाली है।
लाल नाक दिवस हर दो साल में कॉमिक रिलीफ द्वारा आयोजित फंड इकट्ठा करना का एक इवेंट है। इस दिन हर कोई अलग तरह की एक लाल नाक लगाकर इस आयोजन में हिस्सा लेता है।
इस आयोजन में हिस्सा लेने वाली टोयोटा यारिस कार के बंपर पर रेड नोज दी गई है जो इस बात का सूचक है कि यह हंसने वाली कार है।टोयोटा यारिस को टच करने पर इसके रियर व्यू मिरर, हेडलाइट्स, साइड पोर्शन, स्टीयरिंग व्हील, डेशबोर्ड आदि हिस्सों में गुदगुदी होती है और ये अपनी प्रतिक्रिया भी देते हैं।
Friday, February 13, 2015
अब आधार कार्ड से करें शॉपिंग
एनपीसीआईएल ने हाल ही में इंटीग्रेटेड पेमेंट के लिए एक डॉक्यूमेंट जारी किया है। इसमें एक सरल पेमेंट सिस्टम बनाने की बात कही गई है। कंपनी ने सभी संबंधित पक्षों से नए पेमेंट सिस्टम को विकसित करने के लिए सुझाव मांगे हैं। जिसके आधार पर पूरे सिस्टम को तैयार किया जाएगा।
एक क्लिक में होगा पैसा ट्रांसफर
एनपीसीआईएल के अनुसार नई तकनीक को बेहद सरल बनाने पर जोर है, जिससे कि कोई भी आसानी से इस्तेमाल कर सके। नई तकनीकी में आधार नंबर, रूपे कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पैसे ट्रांसफर करने में होगा। यानी पैसे ट्रांसफर के लिए बैंक खाता नंबर लिखने की जरूरत नहीं होगी।
Tuesday, February 10, 2015
बिना डाटा खर्च किए यूज करें हाई स्पीड इंटरनेट
कोटा। इंटरनेट से कनेक्टेड रहना आज के युवाओं का खास शगल है। स्मार्टफोन में इंटरनेट आसानी से सर्फ किया जा सकता है। इसके लिए यूजर आप वाई-फाई, 3जी या फिर डाटा कार्ड और 4जी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यदि आपको बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन और बिना डाटा खर्च किए ही हाई-स्पीड डाटा मिल जाए तो... अविश्वसनीय लगा रहा होगा पर एक खास एप है- ‘बी बाउंड एप’ जो ऐसा करने में आपकी मदद करेगा।
बी बाउंड एप’ देता है सुविधा
बी-बाउंड एप की मदद से वाई-फाई, 3जी और डाटा कार्ड की जरूरत कम हो जाती है। यह एप यह एप गूगल प्ले पर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यह एप उन लोगों के लिए लाभदायक है जिन्हें घूमने का शौक है, साथ ही उन यूजर्स के लिए भी जो ई-मेल, फेसबुक, ट्विटर एक्सेस हर जगह चाहते हैं। इस एप में अपने सभी ई-मेल अकाउंट्स और जरूरी वेबपेज को सिंक्रोनाइज करना होता है।
कैसे करता हैं काम
यह एप बिना डाटा खर्च किए ही टेक्स्ट मैसेज के जरिए इंटरनेट का प्रयोग करने की सुविधा मुहैया कराता है। यह एप टेक्स्ट मैसेज को ट्रांसपोर्ट लेयर की तरह इस्तेमाल करता है। इंटरनेट सर्फिंग में ट्रांसपोर्ट लेयर का काम वेबपेज को यूजर की मशीन (स्मार्टफोन या कम्प्यूटर) तक पहुंचाने का होता है।
इस एप की मदद से वेबपेज या इंटरनेट सर्फिंग की रिक्वेस्ट टेक्स्ट मैसेज के द्वारा सर्वर तक पहुंचाई जाती है। टेक्सट मैसेज को इंटरनेट सर्फिंग के लिए इस्तेमाल करने से उन जगहों पर भी नेट एक्सेस किया जा सकता है जहां नेट का उपयोग संभव नहीं हो। इस एप की मदद से सिंक्रोनाइज किए हुए सभी अकाउंट्स पर लॉग इन कर सकते हैं।
टेक्स्ट मैसेज का लगता है चार्ज
हर बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने पर आपको एक टेक्स्ट मैसेज जितना पैसा चुकाना होगा इसी के साथ बी बाउंड एप के क्रेडिट्स जिन्हें काफी कम दाम में खरीदा जा सकता है। ऐसे में यह ऐप आपको साधारण नेट पैक से सस्ता पड़ेगा। इस ऐप को अगर आप इंटरनेशनल रोमिंग में इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके लिए इंटरनेशनल मैसेज का रेट लगेगा। बी-बाउंड ऐप बहुत अच्छा रिस्पांस दे रहा है। यह उन लोगों के लिए काफी सही साबित हो सकता है जिन्हें हमेशा ई-मेल एक्सेज करने की जरूरत पड़ती हो।
बी बाउंड एप’ देता है सुविधा
बी-बाउंड एप की मदद से वाई-फाई, 3जी और डाटा कार्ड की जरूरत कम हो जाती है। यह एप यह एप गूगल प्ले पर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यह एप उन लोगों के लिए लाभदायक है जिन्हें घूमने का शौक है, साथ ही उन यूजर्स के लिए भी जो ई-मेल, फेसबुक, ट्विटर एक्सेस हर जगह चाहते हैं। इस एप में अपने सभी ई-मेल अकाउंट्स और जरूरी वेबपेज को सिंक्रोनाइज करना होता है।
कैसे करता हैं काम
यह एप बिना डाटा खर्च किए ही टेक्स्ट मैसेज के जरिए इंटरनेट का प्रयोग करने की सुविधा मुहैया कराता है। यह एप टेक्स्ट मैसेज को ट्रांसपोर्ट लेयर की तरह इस्तेमाल करता है। इंटरनेट सर्फिंग में ट्रांसपोर्ट लेयर का काम वेबपेज को यूजर की मशीन (स्मार्टफोन या कम्प्यूटर) तक पहुंचाने का होता है।
इस एप की मदद से वेबपेज या इंटरनेट सर्फिंग की रिक्वेस्ट टेक्स्ट मैसेज के द्वारा सर्वर तक पहुंचाई जाती है। टेक्सट मैसेज को इंटरनेट सर्फिंग के लिए इस्तेमाल करने से उन जगहों पर भी नेट एक्सेस किया जा सकता है जहां नेट का उपयोग संभव नहीं हो। इस एप की मदद से सिंक्रोनाइज किए हुए सभी अकाउंट्स पर लॉग इन कर सकते हैं।
टेक्स्ट मैसेज का लगता है चार्ज
हर बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने पर आपको एक टेक्स्ट मैसेज जितना पैसा चुकाना होगा इसी के साथ बी बाउंड एप के क्रेडिट्स जिन्हें काफी कम दाम में खरीदा जा सकता है। ऐसे में यह ऐप आपको साधारण नेट पैक से सस्ता पड़ेगा। इस ऐप को अगर आप इंटरनेशनल रोमिंग में इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके लिए इंटरनेशनल मैसेज का रेट लगेगा। बी-बाउंड ऐप बहुत अच्छा रिस्पांस दे रहा है। यह उन लोगों के लिए काफी सही साबित हो सकता है जिन्हें हमेशा ई-मेल एक्सेज करने की जरूरत पड़ती हो।
Tuesday, February 3, 2015
मोबाइल नंबर से खुलेगा बैंक अकाउंट
दिनेश माहेश्वरी
कोटा। अब बैंक अकाउंट खोलने के लिए आपको डॉक्युमेंट्स की लंबी लिस्ट बनाने की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही आप अपने मोबाइल नंबर से बैंक अकाउंट खोल पाएंगे। यही नहीं मोबाइल नंबर के जरिए इंश्योरेंस कराने से लेकर जमीन भी खरीद सकेंगे। सरकार इस योजना पर तेजी के साथ काम कर रही है। इसके लिए मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। बैंक खाते खोलने के लिए कोई और दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। केवल अपना मोबाइल नंबर देना होगा। 75 लाख आधार कार्डधारक सीधे इससे जुड़ेंगे और हर नागरिक को 1 जीबी का डिजिटल लॉकर मिलेगा।
क्या होगी प्रक्रिया
सरकार ग्राहकों के आधार नंबर को मोबाइल से जोड़ेगी। आधार कार्ड की बॉयोमीट्रिक डिटेल्स और मोबाइल नंबर मिलाकर एक कॉमन पासवर्ड जेनरेट किया जाएगा। उस पासवर्ड को धारक को दिया जाएगा। आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जुड़ने के बाद उस कॉमन पासवर्ड से मोबाइल धारक की पूरी जानकारी कुछ ही मिनटों में बैंक पा सकेंगे और उसी आधार पर बैंक अकांउट खोलेंगे। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार आरंभ में इस योजना को बैंक अकाउंट में खाता खोलने तक सीमित रखा जाएगा। बाद में इसी पासवर्ड का इस्तेमाल अन्य सरकारी कामों में भी किया जा सकेगा।
क्या होगा इसका फायदा
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इससे आम लोगों को काफी फायदा होगा। आधार कार्ड को साथ रखना और उसके नंबर को याद करना सबसे मुश्किल है। आम आदमी अपने साथ हमेशा मोबाइल रखता है और उसका नंबर उसे याद रहता है। जिस तरह से डेबिट कार्ड का इस्तेमाल पासवर्ड के जरिए किया जाता है, उसी तरह से अगर मोबाइल नंबर के साथ पासवर्ड देने से किसी का पूरी जानकारी मिल जाएगी तो बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों को किसी तरह के कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी।
ATM से जरिए बैंक अकाउंट से लिंक कराएं अपना आधार
यदि आप एसबीआई बैंक के ग्राहक हैं और आपके पास एटीएम कार्ड है तो बैंक एकाउंट को एटीएम कार्ड के जरिए ही आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को सुविधा देने यह योजना पूरे देश में एक साथ शुरू की है। ये सुविधा आज से पूरे देश में लागू की गई है। डायरेक्ट बेनीफिट टू ट्रांसफर एलपीजी (डीबीटीएल) गैस सब्सिडी स्कीम का लाभ लेने लोगों को अकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक करवाने को कहा जा रहा है। फिलहाल, लोगों को फार्म भरकर बैंक में देना पड़ता है। इसके बाद वहां से लिंक किया जाता है। कई ग्राहक जानबूझकर या गलती से सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। बैंक में पेंडेंसी बढ़ती जा रही है। बैंक ने समस्या से निपटने के लिए पेंडेंसी खत्म करने का तरीका खोज लिया है। बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि अब वे एटीएम कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए अपने एकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं
कोटा। अब बैंक अकाउंट खोलने के लिए आपको डॉक्युमेंट्स की लंबी लिस्ट बनाने की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही आप अपने मोबाइल नंबर से बैंक अकाउंट खोल पाएंगे। यही नहीं मोबाइल नंबर के जरिए इंश्योरेंस कराने से लेकर जमीन भी खरीद सकेंगे। सरकार इस योजना पर तेजी के साथ काम कर रही है। इसके लिए मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। बैंक खाते खोलने के लिए कोई और दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। केवल अपना मोबाइल नंबर देना होगा। 75 लाख आधार कार्डधारक सीधे इससे जुड़ेंगे और हर नागरिक को 1 जीबी का डिजिटल लॉकर मिलेगा।
क्या होगी प्रक्रिया
सरकार ग्राहकों के आधार नंबर को मोबाइल से जोड़ेगी। आधार कार्ड की बॉयोमीट्रिक डिटेल्स और मोबाइल नंबर मिलाकर एक कॉमन पासवर्ड जेनरेट किया जाएगा। उस पासवर्ड को धारक को दिया जाएगा। आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जुड़ने के बाद उस कॉमन पासवर्ड से मोबाइल धारक की पूरी जानकारी कुछ ही मिनटों में बैंक पा सकेंगे और उसी आधार पर बैंक अकांउट खोलेंगे। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार आरंभ में इस योजना को बैंक अकाउंट में खाता खोलने तक सीमित रखा जाएगा। बाद में इसी पासवर्ड का इस्तेमाल अन्य सरकारी कामों में भी किया जा सकेगा।
क्या होगा इसका फायदा
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इससे आम लोगों को काफी फायदा होगा। आधार कार्ड को साथ रखना और उसके नंबर को याद करना सबसे मुश्किल है। आम आदमी अपने साथ हमेशा मोबाइल रखता है और उसका नंबर उसे याद रहता है। जिस तरह से डेबिट कार्ड का इस्तेमाल पासवर्ड के जरिए किया जाता है, उसी तरह से अगर मोबाइल नंबर के साथ पासवर्ड देने से किसी का पूरी जानकारी मिल जाएगी तो बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों को किसी तरह के कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी।
ATM से जरिए बैंक अकाउंट से लिंक कराएं अपना आधार
यदि आप एसबीआई बैंक के ग्राहक हैं और आपके पास एटीएम कार्ड है तो बैंक एकाउंट को एटीएम कार्ड के जरिए ही आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को सुविधा देने यह योजना पूरे देश में एक साथ शुरू की है। ये सुविधा आज से पूरे देश में लागू की गई है। डायरेक्ट बेनीफिट टू ट्रांसफर एलपीजी (डीबीटीएल) गैस सब्सिडी स्कीम का लाभ लेने लोगों को अकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक करवाने को कहा जा रहा है। फिलहाल, लोगों को फार्म भरकर बैंक में देना पड़ता है। इसके बाद वहां से लिंक किया जाता है। कई ग्राहक जानबूझकर या गलती से सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। बैंक में पेंडेंसी बढ़ती जा रही है। बैंक ने समस्या से निपटने के लिए पेंडेंसी खत्म करने का तरीका खोज लिया है। बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि अब वे एटीएम कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए अपने एकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं