Tuesday, November 17, 2015

इन्श्योरेंस क्लेम में फ्रॉड पड़ेगा भारी

इन्श्योरेंस क्लेम लेने में फ्रॉड करना भारी पड़ सकता है। कंपनियां अब बैंकों की तरह सिस्टम डेवलप करने के करीब पहुंच गई हैं। इसके तहत अगर किसी बीमाधारकया उसके नॉमिनी ने क्लेम लेने में फ्रॉड किया, तो उन्हें इन्श्योरेंस कंपनियां ब्लैकलिस्ट कर सकती है। इसके अलावा जिन कस्टमर का रिकार्ड अच्छा होगा, उनको कंपनियां सस्ते इन्श्योरेंस का फायदा देंगी। इसके लिए जल्द ही बैंकों के क्रेडिट इनफार्मेशन ब्यूरो की तरह इन्श्योरेंस सेक्टर का सिस्टम काम करना शुरू करेगा। क्या है तैयारी इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार जिस तरह बैंक किसी व्यक्ति को लोन देने से पहले उसका क्रेडिट रिकार्ड देखते है , उसी तरह का सिस्टम अब इन्श्योरेंस सेक्टर में डेवलप किया जा रहा है। जहां पर किसी व्यक्ति का इन्श्योरेंस करने से पहले उसकी पूरी हिस्ट्री देखी जाएगी। इसमें यह देखा जाएगा, कि आवेदक का प्रीमियम देने का रिकार्ड कैसा रहा है। इसके अलावा उसका क्लेम रिकार्ड कैसा है। इसके आधार पर उसकी रेटिंग होगी। जिस व्यक्ति का रिकार्ड अच्छा होगा, उसे न केवल इन्श्योरेंस आसानी से मिलेगा, बल्कि कंपनियां उससे प्रीमियम भी कम लेंगी। जिस व्यक्ति का रिकार्ड अच्छा होगा, उसे न केवल इन्श्योरेंस आसानी से मिलेगा, बल्कि कंपनियां उससे प्रीमियम भी कम लेंगी। वहीं जिसका रिकार्ड अच्छा नहीं है  उसे कंपनियां ब्लैक लिस्ट भी कर सकती हैं। जैसे की अभी लोन देते वक्त बैंक करते हैं। 

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