Wednesday, April 27, 2016

बैंकों का एनपीए दीमक के समान: वैंकटरामन

कोटा। बैंकों में बढ़ता एनपीए उस दीमक के समान है, जो बैंक की उपलब्धियों को धीरे-धीरे चट कर जाता है। यह चिंता स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर के मुख्य महाप्रबंधक (रिटेल बैंकिंग) एस. वैंकटरामन ने मंगलवार को झालावाड़ रोड स्थित एक होटल में आयोजित समारोह में कोटा अंचल के बैंक अधिकारियों के समक्ष जताई। 
उन्होंने कहा कि समयबद्ध लगातार स्टाफ के सम्मिलित प्रयासों से किसी भी ऋण खाते को समय रहते एनपीए में बदलने से रोक सकते हैं। समारोह में मुख्य महाप्रबंधक ने 31 मार्च 2016 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के कार्य परिणामों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बैंक अधिकारियों से नए वित्तीय वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए शुरू से ही योजना बद्ध तरीके से जुट जाने का आह्वान किया। 
उन्होंने इस अवसर पर गत वित्त वर्ष में खुदरा जमाओं में सर्वाधिक वृद्धि के लिए बैंक की सीएडी सर्किल स्थित शाखा, खुदरा ऋणों में बढ़ोतरी के लिए नाहरगढ़ शाखा, सर्वाधिक आवास एवं कार ऋणों के लिए एरोड्रम सर्किल शाखा एवं एनपीए में कमी के लिए सिकंदरा शाखा (जिला दौसा)को सम्मानित किया गया। 
महाप्रबंधक (जयपुर नेटवर्क) नेमिराजा एच. सी. ने उत्कृष्ट ग्राहक सेवा पर जोर देते हुए कहा कि बैंक की सेवाएं इस प्रकार प्रतिबद्धता पूर्ण हों कि ग्राहकों को शिकायत का अवसर ही नहीं मिले। 
समारोह के प्रारंभ में बैंक के कोटा अंचल के उप महाप्रबंधक जगपाल सिंह ने समाप्त हुए वित्त वर्ष की उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया एवं भविष्य की कार्ययोजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में एसोसिएट बैंक्स ऑफिसर्स एसोसिएशन यूनिट एसबीबीजे के अंचल सचिव एवं सहायक महाप्रबंधक आरके जैन ने एवं सहायक महाप्रबंधक एचपी सोमानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 

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