Monday, May 25, 2015

जर्मनी से आई गुलाब के फूलों की डिमांड

दिनेश माहेश्वरी 
कोटा। झालावाड़ जिले के मानपुरा गांव में अब जर्मनी से गुलाब के फूलों की डिमांड आई है। इसको लेकर यहां इस साल 500 किलो गुलाब की पैदावार की जाएगी। इसके लिए बगीेचे तैयार किए जा रहे हैं। जर्मनी की एक कंपनी ने यहां से गुलाब के सैंपल मंगवाया था. जो उनकी लैब में पास हो गए। इसके बाद यह डिमांड भेजी गई है। यहां से मंगवाए जाने वाले गुलाब की पंखुड़ियों काे ग्रीन टी बनाने के काम में लिया जाएगा। 
भारतीय किसान संघ के जैविक खेती प्रदेश प्रमुख हुकमचंद पाटीदार ने बताया कि 2003 में मानपुरा गांव में केवल एक हैक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती शुरू की गई थी। उस समय कोई सोच भी नहीं सकता था कि यह खेती इतने फायदा का सौदा बनेगी। इसके बाद अब 40 एकड़ में जैविक खेती के रजिस्टर्ड फार्म हैं। इसके अलावा प्रदेश के कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, अजमेर, पाली, बीकानेर, हनुमानगढ़, भीलवाड़ा, चित्तौड़ जिलों में 360 हैक्टेयर में जैविक खेती हो रही है। किसान इसमें लाखों रुपए का फायदा देखने के बाद साल दर साल अधिक संख्या में जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैविक खेती देश में कई तरीकों से हो रही है, लेकिन यहां पर प्रकृति एवं गोवंश आधारित जैविक खेती हो रही है। 
जिले के छोटे से गांव मानपुरा में जैविक खेती से तैयार उत्पादों की मांग अब विदेशी में हो रही है। यहां की मेथी और धनिया जापान, तो लहसुन पाउडर तैयार होकर न्यूजीलैंड तक जा रहा है। शनिवार को फ्रांस की कंपनी का एक प्रतिनिधिमंडल मानपुरा पहुंचा। यहां के उत्पादों को जर्मन कंपनियों तक पहुंचाने का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल ब्रोसर्ड पीर्रे ने यहां के जैविक उत्पादों में धनिया, मेथी, गेहूं सहित अन्य फसलों को देखा। यहां के प्रॉसेसिंग प्लांट का जायजा लिया और जर्मन की कंपनियों से सीधे सौदा करने के लिए किसानों को तैयार किया। उन्होंने कहा कि यहां तैयार माल को जर्मन की कंपनियां सीधे खरीदेंगी। इसमें बिचौलियों का कोई रोल नहीं होगा। इस साल यहां से पांच हजार किलो धनिया पैकिंग होकर जापान गया है। इसके अलावा 10 क्विंटल मेथी जापान गई है। यहां जैविक खेती से पैदा लहसुन का अंता के कृषि विज्ञान केंद्र में पाउडर बनाया जाता है। यह पाउडर न्यूजीलैंड गया है। इस साल 820 किलो लहसुन पाउडर यहां के किसान न्यूजीलैंड पहुंचा चुके हैं। हालांकि अभी किसान सीधे विदेशों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। इनके बीच में कोलकाता की आरिश ट्रेडिंग कंपनी मुंबई के ईटर्नल हेल्थ केयर कंपनी के एक्सपोर्टर मानपुरा से माल खरीद विदेशों तक पहुंचाते हैं। 
दोगुना से ज्यादा दाम 
भारतीयबाजार में जहां धनिए का दाम 70 रुपए किलो तक चल रहा है, वहीं विदेशों में इस साल 160 रुपए किलो में खरीद हुई। मेथी विदेशों में 120 रुपए किलो बिकी है। इसी तरह लहसुन पाउडर 240 रुपए किलो में खरीदा गया। इससे यहां के किसानों को काफी फायदा मिला। 

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