Friday, May 8, 2015

सितंबर से सिर्फ चिप, पिन वाले डेबिट व क्रेडिट कार्ड

कोटा। रिजर्व
बैंक ने बैंकों को सितंबर से सिर्फ ईएमवी चिप और पिन वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी करने को कहा है। इस कदम का मकसद ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाना है। ईएमवी का तात्पर्य यूरो पे मास्टरकार्ड वीजा से है, जबकि पिन का मतलब 'पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर' से है।
कुछ बैंकों ने ईएमवी चिप और पिन कार्ड इश्यू करने शुरू कर दिए हैं, लेकिन बड़ी संख्या में बैंक अब भी मैग्नेटिक पट्टी वाले कार्ड ही जारी कर रहे हैं।
रिजर्व बैंक सुरक्षा संबंधी उपायों को बढ़ाने के साथ जोखिम घटाने की दिशा में प्रयासरत है। उसने कहा है कि ईएमवी चिप और पिन कार्ड को स्वीकार करने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। उसने बैंकों को कहा है कि एक सितंबर, 2015 से वे ईएमवी चिप और पिन वाले नए कार्ड ही जारी करें। केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा है कि मैग्नेटिक पट्टी वाले मौजूदा कार्डों के लिए माइग्रेशन प्लान हितधारकों के साथ विचार विमर्श कर तैयार किया जाएगा। इसके लिए समयसीमा पर सुझाव भी दिए जाएंगे। कार्ड ट्रांजैक्शन में जोखिम घटाने संबंधी उपायों के क्रियान्वयन को आरबीआइ ने चरणबद्ध तरीके से अपनाया है। यह उचित समय है जब मैग्नेटिक पट्टी वाले कार्डों की बजाय चिप और पिन कार्डों को अपनाया जाए। ईएमवी चिप कार्ड नकली कार्ड की धोखधड़ी से बचाव करते हैं। कार्ड खो या चोरी हो जाने पर पिन से सुरक्षा मिलती है।

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