दिनेश माहेश्वरी
कोटा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पीएफ निकासी क्लेम ऑनलाइन फाइल करने की सुविधा दिसंबर में शुरू कर देगा। इससे क्लेम के निपटारों में तेजी आएगी और देश भर के 5 करोड़ से अधिक अंशधारकों को लाभ मिलेगा। कोटा में करीब चार लाख पीएफ धारक हैं।
अभी पीएफ क्लेम के निपटारे के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं है। अंशधारकों को नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट के बाद मैन्युअली पीएफ क्लेम फाइल करना होता है। इस प्रकार के क्लेम्स के ऑनलाइन आवदेन की सुविधा हासिल हो जाने के बाद ईपीएफओ 3 दिनों के अंदर ऐसे दावों का निपटारा कर देगा। उन सभी अंशधारकों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा जिनका पीएफ और बैंक अकाउंट आधार नंबर से जुड़ा है। आधार नंबर से अकाउंट को जुड़े होने से किसी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना बहुत ही कम होगी।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि कभी-कभी मैन्युअल फार्म भरते समय कई कारणों से पीएफ निकासी के दावे के निपटारे में निर्धारित 30 दिनों से भी अधिक का समय लग जाता है। उन्होंने बताया, 'ऑनलाइन सुविधा के चालू हो जाने के बाद ईपीएफओ पीएफ निकासी और ट्रांसफर समेत सभी प्रकार के दावों का निपटारा आवेदन फाइल करने के 3 दिनों के अंदर निपटारा कर देगा। ईपीएफओ ने इस वित्त वर्ष के अंत तक 20-30 प्रतिशत ऑनलाइन पीएफ दावों के निपटारे की योजना बनाई है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान ईपीएफओ ने कुल 1.21 करोड़ दावों का निपटारा किया था जिनमें दस लाख से अधिक पीएफ ट्रांसफर के मामले भी शामिल हैं। ईपीएफओ ने इस साल 4 करोड़ से अधिक यूनिवर्सल पीएफ अकाउंट नंबर जारी किया है जिसको आधार नंबर और बैंक अकाउंट से जोड़ा जा रहा है। यूएएन के कारण अंशधारकों को उम्रभर एक ही पीएफ अकाउंट रखने की सहूलत मिलेगी। अलग-अलग कंपनियों के साथ काम करते हुए भी उनको अपना पीएफ अकाउंट नहीं बदलना पड़ेगा।
कोटा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पीएफ निकासी क्लेम ऑनलाइन फाइल करने की सुविधा दिसंबर में शुरू कर देगा। इससे क्लेम के निपटारों में तेजी आएगी और देश भर के 5 करोड़ से अधिक अंशधारकों को लाभ मिलेगा। कोटा में करीब चार लाख पीएफ धारक हैं।
अभी पीएफ क्लेम के निपटारे के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं है। अंशधारकों को नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट के बाद मैन्युअली पीएफ क्लेम फाइल करना होता है। इस प्रकार के क्लेम्स के ऑनलाइन आवदेन की सुविधा हासिल हो जाने के बाद ईपीएफओ 3 दिनों के अंदर ऐसे दावों का निपटारा कर देगा। उन सभी अंशधारकों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा जिनका पीएफ और बैंक अकाउंट आधार नंबर से जुड़ा है। आधार नंबर से अकाउंट को जुड़े होने से किसी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना बहुत ही कम होगी।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि कभी-कभी मैन्युअल फार्म भरते समय कई कारणों से पीएफ निकासी के दावे के निपटारे में निर्धारित 30 दिनों से भी अधिक का समय लग जाता है। उन्होंने बताया, 'ऑनलाइन सुविधा के चालू हो जाने के बाद ईपीएफओ पीएफ निकासी और ट्रांसफर समेत सभी प्रकार के दावों का निपटारा आवेदन फाइल करने के 3 दिनों के अंदर निपटारा कर देगा। ईपीएफओ ने इस वित्त वर्ष के अंत तक 20-30 प्रतिशत ऑनलाइन पीएफ दावों के निपटारे की योजना बनाई है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान ईपीएफओ ने कुल 1.21 करोड़ दावों का निपटारा किया था जिनमें दस लाख से अधिक पीएफ ट्रांसफर के मामले भी शामिल हैं। ईपीएफओ ने इस साल 4 करोड़ से अधिक यूनिवर्सल पीएफ अकाउंट नंबर जारी किया है जिसको आधार नंबर और बैंक अकाउंट से जोड़ा जा रहा है। यूएएन के कारण अंशधारकों को उम्रभर एक ही पीएफ अकाउंट रखने की सहूलत मिलेगी। अलग-अलग कंपनियों के साथ काम करते हुए भी उनको अपना पीएफ अकाउंट नहीं बदलना पड़ेगा।
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