अगर आप इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के लिए परेशान हो जाते हैं तो चिंता छोड़िए क्योंकि अब आप एप की मदद से आसानी से आयकर रिटर्न दाखिल कर सकते हैं और वह भी बहुत आसानी से। स्टार्टअप कंपनी एंजल पैसा ने आयकर दाखिल करने की परेशानी को दूर करने के लिए हैले टैक्स एप पेश की है। यह एप एंड्रॉयड, विंडोज और एपल प्लेटफर्म पर आसानी से उपलब्ध है।
4 मिनट में पूरा काम
इस एप की मदद से तीन-चार मिनटों में बिना किसी को अपनी जानकारी दिए आयकर रिटर्न दाखिल किया जा सकता है। यह ऐप एंड्रॉयड, विंडोज व एप्पल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए कोई भी स्मार्टफोन धारक अपने फोन पर हैलो टैक्स ऐप को डाउनलोड कर सकता है। डाउनलोड करने के बाद ऐप में जाकर उसे अपना फ्रेश रजिस्ट्रेशन करना होता है, जिसमें एक मिनट से भी कम का समय लगता है।
फिर आईटीआर में जाकर आवेदक को अपनी जानकारी देनी होती है और इस काम में तीन-चार मिनट का समय लगता है। इसके बाद आवेदक को इंटरनेट बैंकिंग के जरिए 125 रुपये देने होते हैं और आईटीआर का काम पूरा हो जाता है। हैलो टैक्स एप को विकसित करने का काम तीन युवा उद्यमियों ने किया है और अब तक लगभग 15 हजार लोग इस ऐप के जरिए इस साल अपना आईटी रिटर्न भर चुके हैं। हैलो टैक्स के सह-संस्थापक व पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट, हिमांशु कुमार के मुताबिक उन्होंने नॉन प्रोफेशनल्स को ध्यान में रखते हुए इस ऐप को बनाया है। इस एप के माध्यम से आईटीआर के दौरान आपकी निजी जानकारी किसी को नहीं मिलती है कि आपकी सैलरी कितनी है और आप कहां काम करते हैं। इस डिजिटल युग में आपकी निजी जानकारी को कहीं भी शेयर किया जा सकता है और उसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। इससे आईटीआर भरने से यह समस्या समाप्त हो जाती है। दूसरा फायदा यह है कि आपको आईटीआर दाखिल करने वाले किसी विशेषज्ञ के पीछे नहीं भागना पड़ता है और उसे दी जाने वाली फीस भी बच जाती है
4 मिनट में पूरा काम
इस एप की मदद से तीन-चार मिनटों में बिना किसी को अपनी जानकारी दिए आयकर रिटर्न दाखिल किया जा सकता है। यह ऐप एंड्रॉयड, विंडोज व एप्पल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए कोई भी स्मार्टफोन धारक अपने फोन पर हैलो टैक्स ऐप को डाउनलोड कर सकता है। डाउनलोड करने के बाद ऐप में जाकर उसे अपना फ्रेश रजिस्ट्रेशन करना होता है, जिसमें एक मिनट से भी कम का समय लगता है।
फिर आईटीआर में जाकर आवेदक को अपनी जानकारी देनी होती है और इस काम में तीन-चार मिनट का समय लगता है। इसके बाद आवेदक को इंटरनेट बैंकिंग के जरिए 125 रुपये देने होते हैं और आईटीआर का काम पूरा हो जाता है। हैलो टैक्स एप को विकसित करने का काम तीन युवा उद्यमियों ने किया है और अब तक लगभग 15 हजार लोग इस ऐप के जरिए इस साल अपना आईटी रिटर्न भर चुके हैं। हैलो टैक्स के सह-संस्थापक व पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट, हिमांशु कुमार के मुताबिक उन्होंने नॉन प्रोफेशनल्स को ध्यान में रखते हुए इस ऐप को बनाया है। इस एप के माध्यम से आईटीआर के दौरान आपकी निजी जानकारी किसी को नहीं मिलती है कि आपकी सैलरी कितनी है और आप कहां काम करते हैं। इस डिजिटल युग में आपकी निजी जानकारी को कहीं भी शेयर किया जा सकता है और उसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। इससे आईटीआर भरने से यह समस्या समाप्त हो जाती है। दूसरा फायदा यह है कि आपको आईटीआर दाखिल करने वाले किसी विशेषज्ञ के पीछे नहीं भागना पड़ता है और उसे दी जाने वाली फीस भी बच जाती है
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