Friday, August 22, 2014

परफेक्ट रेज्यूम के टिप्स

रेज्युमे अच्छा होने भर से आपको नौकरी नहीं मिल सकती, लेकिन किसी इंटरव्यू में शॉर्टलिस्ट होने का यह अहम हथियार है। अगर आप किसी इंटरव्यू कॉल में सिलेक्ट होना चाहते हैं तो इस हथियार का सही तरीके से इस्तेमाल करिए। कोई रेज्युमे तभी असरदार होगा, जब उसमें पैनापन हो। हम यहां आपको बता रहे हैं कि आप कैसे अपने रेज्युमे को दूसरों से अलग बना सकते हैं।असरदार रेज्युमे से नौकरी पाने की आधी लड़ाई जीती जा सकती है। आइए जानते हैं असरदार रेज्युमे कैसे तैयार करें…
एक्सपीरियंस पर फोकस करें 

अपनी तारीफों के पुल मत बांधिए। एक्सपीरियंस बताते हुए हर जॉब के नीचे सिर्फ अपने अचीवमेंट्स और उससे जुड़ी स्किल्स का जिक्र करें। 4-6 पॉइंट्स में सारी बातें रख दें। 'जबरदस्त प्रदर्शन' जैसे शब्दों के बजाय डेटा का इस्तेमाल करें। यह ज्यादा प्रभावी साबित हो सकता है।
परफेक्ट रेज्युमे के टिप्स 

रिक्वायरमेंट बताएं 
क्या आपको पता है कि जिस कंपनी में आपने जॉब के लिए अप्लाई किया है वह क्या काम करती है और आप किस पद के लिए अप्लाई करना चाहते हैं? अगर नहीं तो रिसर्च करें और रिक्वायरमेंट्स को स्किल्स के 3 पैमाने पर बांटें। हाइजीन स्किल्स, पेड स्किल्स और डिफरेंशल स्किल्स।
अगर आप कंसल्टिंग रोल के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो प्रेजेंटेशन और एक्सेल शीट्स में मास्टरी हाइजीन स्किल्स में आएगी। हालांकि, कंपनी एनालिटिकल अबिलिटी और क्लाइंट्स के साथ कम्युनिकेशन स्किल्स के आधार पर आपको सैलरी ऑफर करेगी। यह पेड स्किल्स हुई। अपने जिस हुनर की वजह से आप दूसरे आवेदकों से अलग हैं, वह डिफरेंशल स्किल है।
टेक्नॉलजी में मास्टरी

आजकल सभी बड़ी कंपनियां रिक्रूटमेंट वर्कलोड मैनेज करने के लिए ऐप्लिकेंट ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती हैं। पहले फेज में आपका रेज्युमे उनके डेटाबेस से गुजरता है। उसके बाद रिक्रूटर मैन्युअली या कंप्यूटर के जरिये उन कीवर्ड को सर्च करते हैं, जो उस पद के लिए आवश्यक होते हैं।
ऐसे में आप रेज्युमे तैयार करते हुए इसका ध्यान रखें कि आप जिस इंडस्ट्री के लिए आवेदन कर रहे हैं, उसमें इस्तेमाल होने वाले शब्दों को जरूर शामिल करें। इससे आप सही कंपनी को टारगेट कर सकते हैं।
जोखिम से बचें

क्या आपने कम समय में बहुत ज्यादा नौकरियां बदली हैं? क्या बीच में नौकरी छोड़कर आपने अपना बिजनस शुरू किया था? क्या आपने किसी दूसरे शहर में लंबे समय तक काम किया है? क्या आप अपने बॉस से ज्यादा क्वॉलिफायड हैं? ये बातें नई नौकरी के लिए खतरा बन सकती हैं। इससे यह इंप्रेशन बन सकता है कि आप एक कंपनी में टिककर काम नहीं कर सकते। रेज्युमे में ऐसी बातों का जिक्र कम से कम करें।
प्रेजेंटेशन

इन सबके साथ रेज्युमे का प्रेजेंटेशन बेहतर होना भी काफी जरूरी है। रेज्युमे की शुरुआत अपने नाम से करें। इसके बाद ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर लिखें। अगर कंपनी आपमें इंटरेस्टेड हो तो वह आसानी से आपसे संपर्क कर सकती है। अपनी खूबियों के बारे में लिखें। एक्सपीरियंस, एजुकेशन, अवॉर्ड्स, लीडरशिप स्किल्स के बारे में बताने के लिए सब हेड्स का इस्तेमाल करें।

0 comments:

Post a Comment