Tuesday, January 10, 2017

अब बैंकों में तैनात होंगे रोबोट!

एचडीएफसी बैंक अब अपनी शाखाओं में रोबोट तैनात करेगा। यह इंटेलिजेंट रोबोटिक असिस्टेंट  शाखाओं में ग्राहकों की मदद करेगा। एचडीएफसी बैंक में डिजिटल बैंकिंग के कंट्री हेड नितिन चुघ ने कहा कि ग्राह
कों की प्रतिक्रिया के आधार पर अन्य शाखाओं में भी रोबोट लगाए जाएंगे और उनके द्वारा किए जाने वाले काम का दायरा बढ़ाया जाएगा। एचडीएफसी बैंक ने अपनी तकनीकी क्षमता सुधारने के लिए पिछले साल कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) परियोजना शुरू की थी और शाखाओं में रोबोट लगाना उसी का एक हिस्सा है।  
अब बैंक कृत्रिम बौद्धिकता का इस्तेमाल अपने ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने, ग्राहक सेवा, कर्मचारियों को सहयोग, विपणन, स्वचालन आदि में करने की योजना बना रहा है। बैंक इन आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में अपने विकास के लिए करने की भी रणनीति बना रहा है। दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में कृत्रिम बौद्धिकता के इस्तेमाल के लिए बैंक उन वित्तीय तकनीक (फिनटेक) कंपनियों के साथ साझेदारी के बारे में विचार कर रहा है, जो मुख्य रूप से ग्रामीण इलाकों में कारोबार करती हैं।
 दरअसल, एक अन्य ऋणदाता सिटी यूनियन बैंक ने भी अपनी चेन्नई शाखा में एक ह्यूमनोइड लगाया है। बैंक ने कहा था कि शुरुआत में यह रोबोट ग्राहकों द्वारा पूछे गए बैंकिंग से संबंधित सामान्य सवालों के जवाब देगा लेकिन बाद में इसे बैंकिंग प्रणाली से संबंधित लेनदेन से जोड़ा जाएगा। अन्य बैंक भी अपनी बैंकिंग तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए कृत्रिम बौद्धिकता या सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स पर बड़ा दांव लगा रहे हैं।
 उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई बैंक भी ग्राहक आईडी बनाने, पते एवं मोबाइल नंबर अद्यतन करने, एटीएम से संबंधित सवालों के जवाब देने जैसे कार्यों के लिए कृत्रिम बौद्धिकता का इस्तेमाल कर रहा है। कृत्रिम बौद्धिकता के अलावा बैंक ब्लॉक चेन, वर्चुअल रियलिटी जैसे क्षेत्रों में भी संभावनाएं तलाश रहे हैं। आईसीआईसीआई बैंक, ऐक्सिस बैंक, येस बैंक जैसे कुछ बैंकों ने पहले ही ब्लॉक चेन तकनीक का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। हालांकि एचडीएफसी बैंक ने इस तकनीक का इस्तेमाल अभी शुरू नहीं किया है।
 चुघ ने कहा, 'हम दस्तावेज प्रबंधन, केवाईसी और लेनदेन प्रक्रिया सहित ब्लॉक चेन की सभी उपयोगिताओं का मूल्यांकन कर रहे हैं। हालांकि अभी यह शुरुआती अवस्था मेंं है और भारत में हमें ऐसे परिपक्व मॉडल नहीं मिलें हैं, जिन्हें लागू किया जा सके।' आने वाले समय में एचडीएफसी समूह की अन्य कंपनियां भी अपने कारोबार में रोबोट के इस्तेमाल के बारे में विचार कर सकती हैं। बैंक के ज्यादातर ग्राहक पहले ही डिजिटल बैंकिंग (मार्च 2016 के अंत में 71 फीसदी) को अपना चुके हैं और इसलिए अब वह डिजिटल प्रक्रियाओं के दूसरे चरण पर ध्यान दे रहा है। 

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