Monday, January 9, 2017

फोन से पैसे भेजने का सस्ता विकल्प यूएसएसडी

स्मार्टफोन और मोबाइल एप के जरिये किसी को राशि भेजना या लेन-देन करना ज्यादा आसान हो गया है। लेकिन नोटबंदी के बाद पिछले साल नवंबर और दिसंबर में यूएसएसडी के जरिये राशि भेजने में फीचर फोन ने मोबाइल बैंकिंग के सभी माध्यमों को पीछे छोड़ दिया है। साथ ही यह सस्ता विकल्प भी है।
क्या है यूएसएसडी
अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा (यूएसएसडी) राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की ओर से दी जानी वाली मोबाइल बैंकिंग सुविधा है जिसे नेशनल यूनिफाइड यूएसएसडी प्लेटफॉर्म (एनयूयूपी) भी कहते हैं। इसके जरिये आप राशि की लेन-देन, संक्षिप्त विवरण और खाते में राशि जानने जैसी बैंकिंग सुविधा का फायदा उठा सकते हैं। इसमें इंटरनेट कनेक्शन की भी जरूरत नहीं है और इसका इस्तेमाल आप फीचर फोन से भी आसानी से कर सकते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल
इसके लिए आपको आईडी, पासवर्ड और कोड याद रखने की जरूरत नहीं है। आपका मोबाइल नंबर बैंक में रजिस्टर्ड जरूर होना चाहिए। आपका खाता किसी भी बैंक का हो या मोबाइल नेटवर्क किसी भी कंपनी का हो सबके लिए *99 पर डॉयल करने इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इस नंबर पर डायल करने के बाद बैंक का नाम चुनना होता है। इसके बाद मोबाइल स्क्रीन पर उपलब्ध बैंकिंग सुविधाओं की सूची आ जाएगी और उनके सामने अंक भी लिखे होंगे। जैसे एसबीआई के लिए आप 1 चुनकर सेंड का विकल्प दबाएंगे तो आपको खाते का विवरण मिल जाएगा। किसी को राशि भेजनी है तो उसका मोबाइल मनी आइडेंटीफायर (एमएमआईडी) आपको पता होना चाहिए या फिर उसका खाता संख्या और बैंक का आईएफएससी कोड मालूम होना चाहिए। आप इसका फायदा किसी भी दिन किसी भी समय उठा सकते हैं। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहती है। इसके जरिये एक दिन में अधिकम पांच हजार रुपये की लेन-देन कर सकते हैं।
कितना शुल्क लगेगा
रिजर्व बैंक ने यूएसएसडी से एक हजार रुपये तक की राशि भेजने पर 31 मार्च तक बैंकों को किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया है। वहीं दूरसंचार नियामक ट्राई ने यूएसएसडी के इस्तेमाल पर मोबाइल कंपनियों द्वारा वसूले जा रहे प्रति लेन-देन शुल्क को 1.50 रुपये से घटाकर 50 पैसा कर दिया है।
लेन-देन 1,300 गुना बढ़ा
यूएसएसडी से बीते नवंबर और दिसंबर के बीच लेन-देन राशि और संख्या के हिसाब लेन-देन 1,300 गुना बढ़ा से अधिक बढ़ा है। नवंबर में यूएसएसडी से 7,000 लेन-देन हुआ जो दिसंबर में बढ़कर एक लाख दो हजार तक पहुंच गया। इसमें 1,351 फीसदी का इजाफा हुआ।

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