कोटा। जयपुर सहि त राजस्थान के 25 शहरों में घरेलू गैस बुक कराने और सिलेंडर की डिलीवरी करने का झंझट खत्म करने की तैयारी शुरू हो गई है। गैस की आपूर्ति बेहतर करने के लिए इन शहरों में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) सिस्टम बनाया जाएगा, जिसका जिम्मा सरकार इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) को देने जा रही है। पेट्रोलियम विभाग की ओर से इसकी फाइल क्लियर कर दी गई है।
अगस्त के अंतिम सप्ताह में सरकार और आईओसी के बीच एमओयू होने जा रहा है। राजस्थान के बीचों बीच से जल्द ही मेहसाणा भटिंडा गैस की बड़ी लाइन गुजरेगी। 2012 से ही इसकी शुरुआत हो गई थी। ठीक उसी समय से प्रदेश सरकार ने भी उस लाइन से राज्य के तमाम शहरों में घरेलू गैस की आपूर्ति पाइप लाइन से करने के लिए प्रयास शुरू कर दिया था।
संभावना है कि जल्द ही मेहसाणा भटिंडा गैस लाइन के लिए पर्यावरण स्वीकृति मिल जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार ने भी अपने स्तर पर प्रदेश के संभावित शहरों में सीजीडी बनाने के लिए फाइल को क्लियर कर दिया है। इसी महीने अगस्त के आखिर में आईओसीएल से एमओयू किया जाएगा।
कैसे होगा गैस का डिस्ट्रीब्यूशन
पानीऔर बिजली की तरह हर घर तक घरेलू गैस की पाइप लाइन पहुंचाई जाएगी। हर घर में मीटर लगाया जाएगा। उस मीटर के जरिए जो व्यक्ति जितना गैस का इस्तेमाल करेगा, उससे उतना बिल वसूल किया जाएगा। पानी और बिजली की ही तरह उसका बिल आएगा।
सीजीडी से जुड़ेंगे ये शहर
सिरोही,जालौर, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ,राजसमंद, पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, बारा, अजमेर, किशनगंज, टोंक, सवाई माधोपुर, जयपुर, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरू, दौसा, भिवाड़ी, अलवर।
अगस्त के अंतिम सप्ताह में सरकार और आईओसी के बीच एमओयू होने जा रहा है। राजस्थान के बीचों बीच से जल्द ही मेहसाणा भटिंडा गैस की बड़ी लाइन गुजरेगी। 2012 से ही इसकी शुरुआत हो गई थी। ठीक उसी समय से प्रदेश सरकार ने भी उस लाइन से राज्य के तमाम शहरों में घरेलू गैस की आपूर्ति पाइप लाइन से करने के लिए प्रयास शुरू कर दिया था।
संभावना है कि जल्द ही मेहसाणा भटिंडा गैस लाइन के लिए पर्यावरण स्वीकृति मिल जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार ने भी अपने स्तर पर प्रदेश के संभावित शहरों में सीजीडी बनाने के लिए फाइल को क्लियर कर दिया है। इसी महीने अगस्त के आखिर में आईओसीएल से एमओयू किया जाएगा।
कैसे होगा गैस का डिस्ट्रीब्यूशन
पानीऔर बिजली की तरह हर घर तक घरेलू गैस की पाइप लाइन पहुंचाई जाएगी। हर घर में मीटर लगाया जाएगा। उस मीटर के जरिए जो व्यक्ति जितना गैस का इस्तेमाल करेगा, उससे उतना बिल वसूल किया जाएगा। पानी और बिजली की ही तरह उसका बिल आएगा।
सीजीडी से जुड़ेंगे ये शहर
सिरोही,जालौर, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ,राजसमंद, पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, बारा, अजमेर, किशनगंज, टोंक, सवाई माधोपुर, जयपुर, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरू, दौसा, भिवाड़ी, अलवर।
0 comments:
Post a Comment