Friday, December 9, 2016

खाने-पीने का सामान अखबार में रखकर बेचने पर रोक

दिनेश माहेश्वरी
कोटा।
अखबार के पन्नों का इस्तेमाल अब खाने-पीने की चीजों के साथ कतई न करें। यह आपकी सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकता है। खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने खाने-पीने का सामान पैक करने, लपेटने या परोसने के लिए अखबार अथवा किसी भी रीसाइकिल कागज और कार्ड बोर्ड के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।प्राधिकरण ने मंगलवार को जारी अपने पत्र में राज्यों से कहा है कि अपने देश में यह चलन बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से अनजाने में ही जहर लोगों के शरीर में प्रवेश कर रहा है और इस लिहाज से वे तुरंत हर मुमकिन कदम उठाएं। उन्हें व्यवस्थित अभियान चलाकर विक्रेताओं के साथ ही उपभोक्ताओं को भी जागरूक करने के लिए कहा गया है। हालांकि, इस संबंध में किसी सजा का प्रावधान अभी नहीं किया गया है।अखबारों के साथ ही रीसाइकिल पेपर और रीसाइकिल कार्डबोर्ड का भी छोटे रेस्टोरेंट, सड़क किनारे खोमचे वाले और बहुत से घरों में इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग इसलिए भी इसका उपयोग करते हैं, ताकि अतिरिक्त तेल या घी इसमें सोखाया जा सके।
कैसे है खतरनाक
अखबार की स्याही में बहुत से बायोएक्टिव तत्व होते हैं। साथ ही इसमें नुकसानदेह रंग, पिगमेंट, एडिटिव और प्रीजर्वेटिव शामिल होते हैं। इनसे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान होता है। यही नहीं, इसका कागज भी अपने आप में नुकसानदेह होता है।अखबारों, रीसाइकिल पेपर और रीसाइकिल कार्डबोर्ड में मैटेलिक कंटेमिनेंट्स, मिनरल आयल्स और ऐसे रसायनिक तत्व हो सकते हैं जो पाचन संबंधी समस्या से लेकर गंभीर विषाक्तता तक पैदा कर सकते हैं। साथ ही ये बच्चों, किशोरों और बुजुर्गों में कैंसर से जुड़ी समस्याएं तक पैदा कर सकते हैं।

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