कोटा। राजस्थान के जयपुर में मैजिक पैन के जरिये लोगों के खातों से रकम पार करने वाला गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह रोजमर्रा की चीजों की बुकिंग के बहाने लोगों से चेक से भुगतान लेता है। चैक पर वह खुद की ओर से लाए गए पैन से राशि और नाम भरता है। इसके बाद ग्राहक से उस पर साइन करने को कहता है।
बातचीत के दौरान बदमाश पैन बदलकर ग्राहक को दूसरा पैन थमा देते हैं या ग्राहक के पैन से ही साइन लेते हैं। बदमाशों द्वारा भरी गई राशि और नाम ऐसे पैन से भरी जाती है, जिसकी स्याही कुछ देर बाद गायब हो जाती है, जबकि साइन ज्यों के त्यों रहते हैं। इस तरह के मामले प्रतापनगर, सांगानेर और जालूपुरा में सामने आए हैं।
कम कीमत में सामान देने का झांसा देकर भरवाते हैं चैक
बदमाश फोन से लोगों को रोजमर्रा में काम आने वाली वस्तुओं की बुकिंग कम रेट में करने का झांसा देकर उनके घर या फिर ऑफिस पहुंचते हैं। वे खुद एक बुकिंग फार्म भरते हैं और चेक मांगते हैं। बदमाश चैक लेकर खुद ही कंपनी का नाम, अकाउंट पेई और बुकिंग राशि लिखते हैं। यह सब जिस पैन से लिखा जाता है, वह सब कुछ देर बाद मिट जाता है। इसके बाद बदमाश बैंक पहुंचकर संबंधित व्यक्ति के खाते में जमा राशि की जानकारी लेकर दूसरे पैन से चेक पर मनमर्जी से राशि भर लेते हैं।
फर्जी सिम से करते हैं कॉल
पुलिस जांच में सामने आया है कि बदमाश जिस सिम से लोगों को फोन करते हैं, वह किसी अन्य के नाम पर होती है। वारदात के बाद वे अपना फोन भी स्वीच ऑफ कर देते हैं। पीड़ित के मोबाइल में खाते से ज्यादा पैसे निकलने पर वह अगर बदमाशों से संपर्क करने का प्रयास करता है तो ऐसा नहीं हो पाता।
बातचीत के दौरान बदमाश पैन बदलकर ग्राहक को दूसरा पैन थमा देते हैं या ग्राहक के पैन से ही साइन लेते हैं। बदमाशों द्वारा भरी गई राशि और नाम ऐसे पैन से भरी जाती है, जिसकी स्याही कुछ देर बाद गायब हो जाती है, जबकि साइन ज्यों के त्यों रहते हैं। इस तरह के मामले प्रतापनगर, सांगानेर और जालूपुरा में सामने आए हैं।
कम कीमत में सामान देने का झांसा देकर भरवाते हैं चैक
बदमाश फोन से लोगों को रोजमर्रा में काम आने वाली वस्तुओं की बुकिंग कम रेट में करने का झांसा देकर उनके घर या फिर ऑफिस पहुंचते हैं। वे खुद एक बुकिंग फार्म भरते हैं और चेक मांगते हैं। बदमाश चैक लेकर खुद ही कंपनी का नाम, अकाउंट पेई और बुकिंग राशि लिखते हैं। यह सब जिस पैन से लिखा जाता है, वह सब कुछ देर बाद मिट जाता है। इसके बाद बदमाश बैंक पहुंचकर संबंधित व्यक्ति के खाते में जमा राशि की जानकारी लेकर दूसरे पैन से चेक पर मनमर्जी से राशि भर लेते हैं।
फर्जी सिम से करते हैं कॉल
पुलिस जांच में सामने आया है कि बदमाश जिस सिम से लोगों को फोन करते हैं, वह किसी अन्य के नाम पर होती है। वारदात के बाद वे अपना फोन भी स्वीच ऑफ कर देते हैं। पीड़ित के मोबाइल में खाते से ज्यादा पैसे निकलने पर वह अगर बदमाशों से संपर्क करने का प्रयास करता है तो ऐसा नहीं हो पाता।
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