कोटा। छाता एक ऐसी चीज है, जिसके बेसिक डिजाइन में बदलाव के बारे में आप नहीं सोच सकते। आपने कभी ऐसे छाते के बारे में नहीं सोचा होगा, जिसमें न तो पतली कमानियों जैसा कोई ढांचा हो और न ही उस पर प्लास्टिक या कपड़े जैसी कोई शीट। लेकिन ऐसा ही एक 'अदृश्य छाता' बनाया गया है, जो आपको बारिश से बचाएगा। वैसे यह आपको धूप से नहीं बचा पाएगा।
इसे 'एयर अंब्रेला' नाम दिया गया है। एयर अंब्रेला एक पाइप जैसा दिखता है, जिसका ऊपरी हिस्सा थोड़ा सा बड़ा है। यह छाता हवा की मदद से पानी को आपके ऊपर नहीं गिरने देता।एयर अंब्रेला' में सबसे नीचे स्विच है। उसके ऊपर कंट्रोलर, लिथियम बैटरी और मोटर हैं। मोटर सबसे ऊपरी हिस्से में नीचे से हवा लेकर उसे ऊपर चारों तरफ फेंकता है। हवा की वजह से पानी सीधा नीचे नहीं गिरता और थोड़ी दूरी पर गिरता है। एयर अंब्रेला' के 3 मॉडल हैं। एयर अंब्रेला A करीब 30 सेंटीमीटर लंबा है और इसकी बैटरी 15 मिनट चलेगी। एयर अंब्रेला B 50 सेंटीमीटर लंबा है, एयर अंब्रेला C 80 सेंटीमीटर लंबा है और इनकी बैटरी 30 मिनट तक चलेगी। 'एयर अंब्रेला' को क्राउड फंडिंग के लिए किकस्टार्टर प्रॉजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। इस प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए 10,000 डॉलर की जरूर थी। लेकिन लोगों को यह इतना पसंद आया कि इसे 10 गुना ज्यादा 1,02,240 डॉलर मिल गए। कंपनी अभी इसे बेहतर बनाने पर काम करेगी और सितंबर 2015 से इसका प्रॉडक्शन शुरू हो जाएगा। किकस्टार्टर प्रॉजेक्ट पर इसकी बिक्री 88 डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 5500 रुपए) से शुरू की गई थी।
इसे 'एयर अंब्रेला' नाम दिया गया है। एयर अंब्रेला एक पाइप जैसा दिखता है, जिसका ऊपरी हिस्सा थोड़ा सा बड़ा है। यह छाता हवा की मदद से पानी को आपके ऊपर नहीं गिरने देता।एयर अंब्रेला' में सबसे नीचे स्विच है। उसके ऊपर कंट्रोलर, लिथियम बैटरी और मोटर हैं। मोटर सबसे ऊपरी हिस्से में नीचे से हवा लेकर उसे ऊपर चारों तरफ फेंकता है। हवा की वजह से पानी सीधा नीचे नहीं गिरता और थोड़ी दूरी पर गिरता है। एयर अंब्रेला' के 3 मॉडल हैं। एयर अंब्रेला A करीब 30 सेंटीमीटर लंबा है और इसकी बैटरी 15 मिनट चलेगी। एयर अंब्रेला B 50 सेंटीमीटर लंबा है, एयर अंब्रेला C 80 सेंटीमीटर लंबा है और इनकी बैटरी 30 मिनट तक चलेगी। 'एयर अंब्रेला' को क्राउड फंडिंग के लिए किकस्टार्टर प्रॉजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। इस प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए 10,000 डॉलर की जरूर थी। लेकिन लोगों को यह इतना पसंद आया कि इसे 10 गुना ज्यादा 1,02,240 डॉलर मिल गए। कंपनी अभी इसे बेहतर बनाने पर काम करेगी और सितंबर 2015 से इसका प्रॉडक्शन शुरू हो जाएगा। किकस्टार्टर प्रॉजेक्ट पर इसकी बिक्री 88 डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 5500 रुपए) से शुरू की गई थी।
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