दिनेश माहेश्वरी. कोटा
भविष्य में अगर आप लोगों को अपने चेहरे के आसपास उंगलियां घुमाते देखें और उनके अंगूठे में रंगीन रिंग हो, तो इससे बिल्कुल चौंकने की जरूरत नहीं है। यह रिंग इंटरनेट से जुड़ी चीजों का अहम हिस्सा यानी वेयरेबल टेक्नॉलजी हो सकती है। इस रिंग को फिंस कहा जाता है और यह आपकी पूरी हथेली को जेस्चर इंटरफेस में बदल देता है, जिससे आप मल्टिपल कनेक्टेड डिवाइस को कंट्रोल कर सकते हैं।
वेयरेबल टेक्नॉलजी नई बेहतर चीज है और हर कोई गूगल ग्लासेज और पेबल वॉच के बारे में जानता है। हालांकि, एक इंडियन इनोवेटर वास्तव में अपनी वेयरेबल डिवाइस- 'द फिन' लॉन्च कर इस तरह की सभी टेक्नॉलजी से आगे निकल सकता है। फिन हार्डवेयर का छोटा सा टुकड़ा होता है, जिसे आप अपने अंगूठे में पहन सकते हैं। यह आपकी उंगली के हर सेगमेंट को बायोमीट्रिक तरीके से पहचाने में सक्षम है और आपकी हथेली को न्यूमरिक कीपैड में तब्दील कर देता है। अगर रोहिलदेव नट्टूकलिंगल और उनकी टीम अपने मिशन में कामयाब होती है, तो आपको कॉल करने के लिए कभी भी फोन टच करने की जरूरत नहीं होगी या टेलिविजन रिमोट या कोई घरेलू ऑटोमैटिक डिवाइस भी ऑपरेट करने के लिए छूना नहीं पड़ेगा। वास्तव में दुनिया आपकी उंगलियों पर होगी।
फिन डिवाइस आपकी हथेलियों से अलग-अलग तरह के हावभाव को पढ़ने में सक्षम है और इसका सिस्टम बाकी डिवाइस से जुड़ा होता है। मिसाल के तौर पर अगर आप अपने फोन का वॉल्यूम कम करना चाहते हैं, तो आपको अंगूठे को बीच के बगल वाली उंगली की तरफ घुमाना होगा। अगर
आप मौजूदा ट्रैक को बंद करना चाहते हैं, तो उसी हिसाब से अंगूठे को चलाना होगा।
फिन किस तरह काम करती है
आपके अंगूठे में लगने वाले रिंग में ऑप्टिकल सेंसर होता है, जो आपके हाथ में स्वाइप और टैपिंग को ढूंढने में सक्षम है। जब इसे हाव-भाव के बारे में पता चलता है, तो यह कनेक्टेड डिवाइस-स्मार्टफोन, टीवी या कोई वेयरेबल डिवाइस तक अपना मेसेज पहुंचा देता है। नट्टूकलिंगल ने बताया, 'जब हमने 8 जनवरी को इस बारे में पहल की, तो हमें 45-60 दिनों में 1,00,000 डॉलर जुटाए जाने की उम्मीद थी। हालांकि, 38 दिनों में ही हमने आंकड़ा पार कर लिया।'
2 मार्च को नट्टूकलिंगल की टीम ने ऐलान किया था कि अगर वह 2,50,000 डॉलर जुटा पाती है, तो फिन रिंग में पैनिक इमरजेंसी बटन भी जोड़ा जाएगा, ताकि महिलाएं इसे सिक्यॉरिटी, इमर्जेंसी और दुर्घटना की हालत में इस्तेमाल कर सकें। इसी तरह की बाकी ब्लूटूथ डिवाइसेज के मुकाबले फिन के साथ अनोखी बात यह है कि यह एक समय में तीन डिवाइसेज के साथ कनेक्ट कर सकता है। नट्टूकलिंगल ने कोयंबटूर के कटिहार कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग से पढ़ाई की है और उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान स्टार्टअप कंपनी आरएचएल विजन की स्थापना की थी।
भविष्य में अगर आप लोगों को अपने चेहरे के आसपास उंगलियां घुमाते देखें और उनके अंगूठे में रंगीन रिंग हो, तो इससे बिल्कुल चौंकने की जरूरत नहीं है। यह रिंग इंटरनेट से जुड़ी चीजों का अहम हिस्सा यानी वेयरेबल टेक्नॉलजी हो सकती है। इस रिंग को फिंस कहा जाता है और यह आपकी पूरी हथेली को जेस्चर इंटरफेस में बदल देता है, जिससे आप मल्टिपल कनेक्टेड डिवाइस को कंट्रोल कर सकते हैं।
वेयरेबल टेक्नॉलजी नई बेहतर चीज है और हर कोई गूगल ग्लासेज और पेबल वॉच के बारे में जानता है। हालांकि, एक इंडियन इनोवेटर वास्तव में अपनी वेयरेबल डिवाइस- 'द फिन' लॉन्च कर इस तरह की सभी टेक्नॉलजी से आगे निकल सकता है। फिन हार्डवेयर का छोटा सा टुकड़ा होता है, जिसे आप अपने अंगूठे में पहन सकते हैं। यह आपकी उंगली के हर सेगमेंट को बायोमीट्रिक तरीके से पहचाने में सक्षम है और आपकी हथेली को न्यूमरिक कीपैड में तब्दील कर देता है। अगर रोहिलदेव नट्टूकलिंगल और उनकी टीम अपने मिशन में कामयाब होती है, तो आपको कॉल करने के लिए कभी भी फोन टच करने की जरूरत नहीं होगी या टेलिविजन रिमोट या कोई घरेलू ऑटोमैटिक डिवाइस भी ऑपरेट करने के लिए छूना नहीं पड़ेगा। वास्तव में दुनिया आपकी उंगलियों पर होगी।
फिन डिवाइस आपकी हथेलियों से अलग-अलग तरह के हावभाव को पढ़ने में सक्षम है और इसका सिस्टम बाकी डिवाइस से जुड़ा होता है। मिसाल के तौर पर अगर आप अपने फोन का वॉल्यूम कम करना चाहते हैं, तो आपको अंगूठे को बीच के बगल वाली उंगली की तरफ घुमाना होगा। अगर
आप मौजूदा ट्रैक को बंद करना चाहते हैं, तो उसी हिसाब से अंगूठे को चलाना होगा।
फिन किस तरह काम करती है
आपके अंगूठे में लगने वाले रिंग में ऑप्टिकल सेंसर होता है, जो आपके हाथ में स्वाइप और टैपिंग को ढूंढने में सक्षम है। जब इसे हाव-भाव के बारे में पता चलता है, तो यह कनेक्टेड डिवाइस-स्मार्टफोन, टीवी या कोई वेयरेबल डिवाइस तक अपना मेसेज पहुंचा देता है। नट्टूकलिंगल ने बताया, 'जब हमने 8 जनवरी को इस बारे में पहल की, तो हमें 45-60 दिनों में 1,00,000 डॉलर जुटाए जाने की उम्मीद थी। हालांकि, 38 दिनों में ही हमने आंकड़ा पार कर लिया।'
2 मार्च को नट्टूकलिंगल की टीम ने ऐलान किया था कि अगर वह 2,50,000 डॉलर जुटा पाती है, तो फिन रिंग में पैनिक इमरजेंसी बटन भी जोड़ा जाएगा, ताकि महिलाएं इसे सिक्यॉरिटी, इमर्जेंसी और दुर्घटना की हालत में इस्तेमाल कर सकें। इसी तरह की बाकी ब्लूटूथ डिवाइसेज के मुकाबले फिन के साथ अनोखी बात यह है कि यह एक समय में तीन डिवाइसेज के साथ कनेक्ट कर सकता है। नट्टूकलिंगल ने कोयंबटूर के कटिहार कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग से पढ़ाई की है और उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान स्टार्टअप कंपनी आरएचएल विजन की स्थापना की थी।
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