Thursday, April 24, 2014

ऑनलाइन रेल टिकट में नहीं लगेगा वक्त

कोटा। इंटरनेट पर रेलगाडिय़ों का टिकट बुक करवाने में होने वाली देरी से आप अगर परेशान हो गए हों तो आपके लिए अच्छी खबर। अब वेबसाइट से ट्रेन टिकट कटाना बस कुछ क्लिक का खेल होगा। इसके लिए रेलवे एक नई वेबसाइट बना रही है, जो अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगी। 
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बनाया कि आईआरसीटीसी के जिस सर्वर को बनाने का जिम्मा सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉरमेशन सिस्टम (क्रिस) को मिला है, वह लगभग पूरा गया है। हालांकि इस नए सर्वर को चालू करने की इंटरनल डेडलाइन 28 अप्रैल तय की गई है, लेकिन उससे पहले ही इसे चालू कर दिया जाएगा।  नया सर्वर बनाने के लिए आईआरसीटीसी पांच वर्षों में कुल 180 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी, जिनमें से करीब 100 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। नए सर्वर की क्षमता प्रति मिनट 72,000 से लेकर 75,000 टिकट बनाने की होगी। अभी जिस सर्वर पर टिकट बुक करने का काम हो रहा है उसकी क्षमता महज 2000 टिकट प्रति मिनट ही है।
उन्होंने बताया कि नया सर्वर बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी जगत की लगभग 10 कंपनियां काम कर रही हैं। इसके लिए हार्डवेयर आईबीएम दे रही है। एचसीएल, विप्रो, सीएमसी, ओरेकल जैसी कंपनियां भी इस मुहिम में शामिल हैं। इसके तहत ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए एयरटेल और एमटीएनएल जैसी कंपनियों से करार किया गया है। हालांकि, नया सर्वर अपनी पूरी क्षमता के अनुरूप पहले दिन से ही काम नहीं करेगा। इसे चरणबद्ध ढंग से शुरू किया जाएगा। लेकिन यह तो तय है कि पहले दिन से ही ग्राहकों को परिवर्तन महसूस होने लगेगा। आईआरसीटीसी के एक अधिकारी का कहना है कि नए सर्वर से टिकट शत-प्रतिशत मिलने की गारंटी नहीं मिलेगी। सर्वर से तो सिर्फ बुकिंग की गति बढ़ जाएगी। टिकट मिलना या नहीं मिलना तो सीटों की मांग और आपूर्ति पर निर्भर करता है।यदि किसी गाड़ी की सीटों की मांग कम है तो उसके टिकट आसानी से मिलेंगे। यदि सीटों की मांग ज्यादा है तो टिकट नहीं मिलेंगे। देखा जाए तो इंटरनेट टिकटिंग का नया सर्वर पहले के मुकाबले तीन गुना बड़ा है, इसलिए स्पीड में कहीं भी समझौता नहीं होगा।

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