दिनेश माहेश्वरी
कोटा। एटीएम के बारे में हममें से ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि इसके जरिए पैसे निकालने, खाते में बैलेंस चेक करने, पिन नंबर बदलने या मिनी स्टेटमेंट लेने का काम होता है। कभी रुककर देखिए तो सही, कितने काम की है यह मशीन, जो आपके बैंक जाने व कतार में लगने का समय बचाती है। बैंकों ने अपनी एटीएम के जरिए अलग-अलग व कई तरह की सुविधाएं दे रखी हैं।
पैसे ट्रांसफर करना
एटीएम से आप किसी दूसरे के खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए पिन नंबर डालने के बाद 'अदर या मोर ऑप्शन' चुनें या कई एटीएम सीधे 'ट्रांसफर' का विकल्प देती हैं। इसे चुनकर एटीएम की स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करें व जिसे पैसे भेजना है, उसका खाता क्रमांक व जितनी राशि भेजनी है, इसकी एंट्री करें। प्रक्रिया पूरी करने के बाद कुछ ही देर में पैसे आपके खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे। हालांकि कुछ बैंकों में यह सुविधा तभी पा सकते हैं, जब पैसे भेजने वाले व पाने वाले का उसी बैंक में खाता हो। कुछ बैंकों ने इसे डेबिट कार्ड के प्रकार (वीजा, मास्टर या मैस्टरो) के आधार पर सीमित किया हुआ है। कुछ बैंकों में यह सुविधा निशुल्क है, जबकि कुछ में शुल्क लगता है।
क्रेडिट कार्ड व बिलों का भुगतान
कुछ चुनिंदा बैंकों की एटीएम से आप क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान भी कर सकते हैं। यह भुगतान चौबीस घंटे किया जा सकता है। क्रेडिट कार्ड पेमेंट का विकल्प चुनें, तय प्रक्रिया का पालन करते हुए जरूरी एंट्री करें व क्रेडिट कार्ड खाते में पैसे डाल दें। एटीएम से आप कई अन्य बिलों का भी भुगतान कर सकते हैं।
चेकबुक के लिए आवेदन
एटीएम से आप नई चेकबुक के लिए आवदेन भी कर सकते हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद चेकबुक बैंक रिकॉर्ड में दिए गए आपके पते पर डाक से भेजी जाती है।
एफडी करना
एटीएम से आप नई फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) भी खोल सकते हैं। हालांकि अधिकांश बैंक यह सुविधा सिर्फ अपने ग्राहकों को ही देते हैं। एफडी के लिए एटीएम के निर्देशों के मुताबिक एंट्री करें। प्रक्रिया पूरी होने के बाद एटीएम आपके बैंक को 'जमा प्राप्ति रसीद' भेजेगी। आपको एफडी की रसीद लेने के लिए बैंक जाना होगा। कुछ बैंकों के एटीएम से नियमों व शर्तों के तहत एफडी को समय-पूर्व तुड़वाना भी संभव है।
लोन की ईएमआई चुकाना
एटीएम से आप लोन की ईएमआई का भुगतान भी कर सकते हैं। इसके लिए भी लोन पेमेंट का विकल्प चुनें, निर्देशों के मुताबिक इंट्री व रकम दर्ज करें। एटीएम आपको प्राप्ति रसीद भी देगी।
नकद या चेक जमा करना, चेक का भुगतान रोकना
कुछ बैंकों की एटीएम पर आप सिर्फ खाते से ही नहीं, बल्कि दूसरे के खाते में नकद रकम या चेक भी जमा कर सकते हैं। इसके लिए वहां विशेष तौर पर तैयार डिपॉजिट स्लिप-कम-एनवेलप नामक लिफाफे उपलब्ध कराए जाते हैं। इसमें नकद राशि या चेक और इनकी जरूरी जानकारी भर कर डिपॉजिट स्लॉट में डाल दें। ध्यान रखें कि पिन लगे नोट स्वीकार नहीं किए जाते। अगर आप किसी कारण से जारी किए गए चेक का भुगतान रोकना चाहते हैं, तो यह काम भी एटीएम से हो सकता है।
इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल अलर्ट के लिए रजिस्ट्रेशन
एटीएम से आप इंटरनेट बैंकिंग के लिए अपने खाते का रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं। आपका अकाउंट व पासवर्ड आपके पते पर भेजा जाता है। यहां आप अपने मोबाइल नंबर पर अलर्ट सुविधा भी शुरू करवा सकते हैं। इसके लिए आपको दिए गए विकल्प का चुनाव कर अपने मोबाइल नंबर की इंट्री करनी होगी।
डीडी बनवाना
एटीएम से आप डीडी भी बनवा सकते हैं। यह काम बैंक शाखा में स्थित एटीएम सेे होता है। आप डीडी पाने वाले का नाम, नकद या खाते से भुगतान का विकल्प, राशि आदि की इंट्री करें व शाखा से जाकर अपना डीडी ले लें।
कोटा। एटीएम के बारे में हममें से ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि इसके जरिए पैसे निकालने, खाते में बैलेंस चेक करने, पिन नंबर बदलने या मिनी स्टेटमेंट लेने का काम होता है। कभी रुककर देखिए तो सही, कितने काम की है यह मशीन, जो आपके बैंक जाने व कतार में लगने का समय बचाती है। बैंकों ने अपनी एटीएम के जरिए अलग-अलग व कई तरह की सुविधाएं दे रखी हैं।
पैसे ट्रांसफर करना
एटीएम से आप किसी दूसरे के खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए पिन नंबर डालने के बाद 'अदर या मोर ऑप्शन' चुनें या कई एटीएम सीधे 'ट्रांसफर' का विकल्प देती हैं। इसे चुनकर एटीएम की स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करें व जिसे पैसे भेजना है, उसका खाता क्रमांक व जितनी राशि भेजनी है, इसकी एंट्री करें। प्रक्रिया पूरी करने के बाद कुछ ही देर में पैसे आपके खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे। हालांकि कुछ बैंकों में यह सुविधा तभी पा सकते हैं, जब पैसे भेजने वाले व पाने वाले का उसी बैंक में खाता हो। कुछ बैंकों ने इसे डेबिट कार्ड के प्रकार (वीजा, मास्टर या मैस्टरो) के आधार पर सीमित किया हुआ है। कुछ बैंकों में यह सुविधा निशुल्क है, जबकि कुछ में शुल्क लगता है।
क्रेडिट कार्ड व बिलों का भुगतान
कुछ चुनिंदा बैंकों की एटीएम से आप क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान भी कर सकते हैं। यह भुगतान चौबीस घंटे किया जा सकता है। क्रेडिट कार्ड पेमेंट का विकल्प चुनें, तय प्रक्रिया का पालन करते हुए जरूरी एंट्री करें व क्रेडिट कार्ड खाते में पैसे डाल दें। एटीएम से आप कई अन्य बिलों का भी भुगतान कर सकते हैं।
चेकबुक के लिए आवेदन
एटीएम से आप नई चेकबुक के लिए आवदेन भी कर सकते हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद चेकबुक बैंक रिकॉर्ड में दिए गए आपके पते पर डाक से भेजी जाती है।
एफडी करना
एटीएम से आप नई फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) भी खोल सकते हैं। हालांकि अधिकांश बैंक यह सुविधा सिर्फ अपने ग्राहकों को ही देते हैं। एफडी के लिए एटीएम के निर्देशों के मुताबिक एंट्री करें। प्रक्रिया पूरी होने के बाद एटीएम आपके बैंक को 'जमा प्राप्ति रसीद' भेजेगी। आपको एफडी की रसीद लेने के लिए बैंक जाना होगा। कुछ बैंकों के एटीएम से नियमों व शर्तों के तहत एफडी को समय-पूर्व तुड़वाना भी संभव है।
लोन की ईएमआई चुकाना
एटीएम से आप लोन की ईएमआई का भुगतान भी कर सकते हैं। इसके लिए भी लोन पेमेंट का विकल्प चुनें, निर्देशों के मुताबिक इंट्री व रकम दर्ज करें। एटीएम आपको प्राप्ति रसीद भी देगी।
नकद या चेक जमा करना, चेक का भुगतान रोकना
कुछ बैंकों की एटीएम पर आप सिर्फ खाते से ही नहीं, बल्कि दूसरे के खाते में नकद रकम या चेक भी जमा कर सकते हैं। इसके लिए वहां विशेष तौर पर तैयार डिपॉजिट स्लिप-कम-एनवेलप नामक लिफाफे उपलब्ध कराए जाते हैं। इसमें नकद राशि या चेक और इनकी जरूरी जानकारी भर कर डिपॉजिट स्लॉट में डाल दें। ध्यान रखें कि पिन लगे नोट स्वीकार नहीं किए जाते। अगर आप किसी कारण से जारी किए गए चेक का भुगतान रोकना चाहते हैं, तो यह काम भी एटीएम से हो सकता है।
इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल अलर्ट के लिए रजिस्ट्रेशन
एटीएम से आप इंटरनेट बैंकिंग के लिए अपने खाते का रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं। आपका अकाउंट व पासवर्ड आपके पते पर भेजा जाता है। यहां आप अपने मोबाइल नंबर पर अलर्ट सुविधा भी शुरू करवा सकते हैं। इसके लिए आपको दिए गए विकल्प का चुनाव कर अपने मोबाइल नंबर की इंट्री करनी होगी।
डीडी बनवाना
एटीएम से आप डीडी भी बनवा सकते हैं। यह काम बैंक शाखा में स्थित एटीएम सेे होता है। आप डीडी पाने वाले का नाम, नकद या खाते से भुगतान का विकल्प, राशि आदि की इंट्री करें व शाखा से जाकर अपना डीडी ले लें।
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