Saturday, April 5, 2014

कार की कीमत आधी हो गई और बीमा प्रीमियम उतना ही

दिनेश माहेश्वरी
 कोटा। अप्रैल में वाहनों का बीमा कराने वालों को ४ साल पहले वाली बीमा प्रीमियम राशि चुकानी पड़ रही है। 2010-11 में 1100 सीसी की कार पर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम 800 रुपए था, जो 2014-15 में बढ़कर 1332 रुपए हो गया है। चार साल में कार की बीमित वैल्यू तो घटकर आधी रह गई, लेकिन इंश्योरेंस प्रीमियम उतनी ही रहा।
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ((आईआरडीए)) द्वारा एक अप्रैल से थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की दरें 20 फीसदी बढ़ाने के बाद टू-व्हीलर पर बीमा राशि में 40 से 100 रुपए और फोर व्हीलर पर 200 से 700 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। तीन साल में तीसरी बार अनिवार्य थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की दरें बढऩे और सर्विस टैक्स 12.36 फीसदी होने से प्रीमियम में वाहन मालिकों को कोई राहत नहीं मिल सकी। आईआरडीए ने 2012 में 65 फीसदी, 2013 में 20 फीसदी दरें बढ़ाई थी, इस साल फिर 20 फीसदी दरें बढ़ाई गई हैं। 7500 से 12 हजार किलो क्षमता के भारी वाहनों पर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में 1400 से 1500 रुपए की वृद्धि की गई है।
200 से 700 रुपए बढ़ गया प्रीमियम
चार साल में आधी रह जाती है कार की कीमत
 वाहन खरीदते ही इंश्योरेंस कंपनी उसकी कीमत 5 फीसदी कम कर देती है। पहले साल 20 फीसदी डेप्रिसिएशन, दूसरे साल 30, तीसरे साल 40 और चौथे साल में वाहन की आधी कीमत रह जाती है। इसी अनुपात में बीमा राशि कम होने की बजाय पहले से बढ़ गई है। टू-व्हीलर में 75 से 150 सीसी तक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की दरें 422 से बढ़ाकर 464 रु. कर दी गई है।

पांच साल से नहीं बढ़ी बेसिक प्रीमियम दर
 ॥इंश्योरेंस की बेसिक प्रीमियम दरें 5 साल से नहीं बढ़ी हैं। थर्ड पार्टी क्लेम रेशो 140 प्रतिशत तक पहुंच गया है, इसलिए आईआरडीए ने थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की दरें बढ़ाई हैं। - एमसी अग्रवाल, चीफ रीजनल मैनेजर, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, जयपुर

0 comments:

Post a Comment