कोटा। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की विभिन्न शाखाओं में होने
वाले किसी भी ई-लेन-देन पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर चार्ज लगता है। अब नान
होम सीबीएस ब्रांच में कैश डिपाजिट करने पर स्थानीय शाखा/आउट स्टेशन के बीच
होने वाले प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर न्यूनतम 50 रुपये चार्ज लगेगा।
अब तक 10 रुपए था चार्ज
अभी तक यह चार्ज न्यूनतम 10 रुपये लगता है। फिलहाल एसएमई यानी लघु एवं मध्यम उद्यम सेगमेंट को इस दायरे में लाया गया है। एसबीआई में यह बदलाव आने वाली आठ जून से लागू हो जाएगा।
दो लाख तक किया जा सकेगा ट्रांजेक्शन
इसके अलावा प्रति एक हजार रुपये पर दो रुपये शुल्क की व्यवस्था की गई है। नियम के मुताबिक दो लाख रुपये प्रतिदिन का ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। यानी दो लाख रुपये के ट्रांजेक्शन पर चार सौ रुपये शुल्क पड़ेगा। अगर नान होम ब्रांच से चेक इनकैश कराया जाता है तो 50 हजार रुपये तक यह मुफ्त होगा, लेकिन इसके बाद की राशि पर प्रति एक हजार रुपये दो रुपये फीस चुकानी होगी।
चार्ज बढ़ाया है इससे ग्राहकों पर 100 रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस सेगमेंट में अधिकतम सीमा एक लाख रुपये रखी गई है।इलेक्ट्रानिक ट्रांसफर चार्ज में बढ़ोत्तरी हुई है। यह चार्ज फिलहाल कम लिया जा रहा है।
-वीके शर्मा सहायक महाप्रबंधक एसबीआई
अब तक 10 रुपए था चार्ज
अभी तक यह चार्ज न्यूनतम 10 रुपये लगता है। फिलहाल एसएमई यानी लघु एवं मध्यम उद्यम सेगमेंट को इस दायरे में लाया गया है। एसबीआई में यह बदलाव आने वाली आठ जून से लागू हो जाएगा।
दो लाख तक किया जा सकेगा ट्रांजेक्शन
इसके अलावा प्रति एक हजार रुपये पर दो रुपये शुल्क की व्यवस्था की गई है। नियम के मुताबिक दो लाख रुपये प्रतिदिन का ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। यानी दो लाख रुपये के ट्रांजेक्शन पर चार सौ रुपये शुल्क पड़ेगा। अगर नान होम ब्रांच से चेक इनकैश कराया जाता है तो 50 हजार रुपये तक यह मुफ्त होगा, लेकिन इसके बाद की राशि पर प्रति एक हजार रुपये दो रुपये फीस चुकानी होगी।
चार्ज बढ़ाया है इससे ग्राहकों पर 100 रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस सेगमेंट में अधिकतम सीमा एक लाख रुपये रखी गई है।इलेक्ट्रानिक ट्रांसफर चार्ज में बढ़ोत्तरी हुई है। यह चार्ज फिलहाल कम लिया जा रहा है।
-वीके शर्मा सहायक महाप्रबंधक एसबीआई
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