कोटा। दुनिया में आए दिन कोई ना कोई अजूबा तो होता ही रहता है, लेकिन भारत भी अजूबों की इस दौड़ में काफी आगे है। देश और दुनिया के बारे में जानने में लोगों को समय लगता है वहीं अगर कोई 4 साल का बच्चा राजधानियों के नाम बिना रूके बताना शुरू कर दे तो शायद आप चौंक जाएंगे।
एक ऐसा ही अजूबा है कोटा के छोटे से कस्बे मोईकलां का एक बच्चा जिसे 200 राजधानियों के नाम याद है। हालांकि, चौकाने वाली बात यह है कि आज तक वह स्कूल नहीं गया और उम्र है मात्र 4 साल। इनती छोटी-सी उम्र में ही इस बच्चे को दुनिया भर की इतनी अधिक जानकारी है कि आपके होश उड़ा दे। कोटा जिले का छोटा सा कस्बा है मोईकलां। यहां रहने वाले मनरेगा मजदूर मां-बाप का बेटा है शुभम। जो न कभी स्कूल गया और न ही किसी ने पढ़ाई करवाई। लेकिन, वह चलता-फिरता एनसाइक्लोपीडिया है। किसी भी हिंदी शब्द का अंग्रेजी ट्रांसलेशन कर देता है। भारत का उसे ऐसा जनरल नॉलेज है, जिसका पाला केवल बड़े कॉम्पिटिशन के छात्रों से पड़ता है।
लोग कहने लगे हैं कौटिल्य
कस्बे वाले बच्चे की प्रतिभा देखकर भौचक्के हैं। लोग उसे अभी से राजस्थानी कौटिल्य कहने लगे हैं। दिन में जब भी वह अकेला होता है, देशों की राजधानियों के नाम बोलने लगता है। शुभम के माता-पिता ने बताया कि उसे 200 से अधिक देशों की राजधानी के नाम जुबानी याद हैं। वह बिना समय गंवाए सवाल का जवाब तुरंत दे देता है।
नदी, पुल, मस्जिद के बारे में भी बताया
जब शुभम से देश के पहले प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री व पड़ोसी देशों के बारे में पूछा तो उसने एक-एक कर सातों देशों के नाम बता दिए। उसे यह भी याद है कि विश्व में सबसे छोटा देश कौन सा है। देश की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद है। अपने देश में कितने राज्य हैं और कितने मुख्यमंत्री हैं उसे सब याद है। शुभम यह भी बता देता है कि देश की सबसे लंबी नदी कौन सी है। सबसे बड़ा लीवर पुल कहां है। सबसे लंबी सड़क कौन सी है।
2 महीने पहले चला पता
शुभम के पिता ओमप्रकाश सुमन ने बताया कि बालक की इस विलक्षण प्रतिभा के बारे में 2 महीने पहले तब मालूम पड़ा, जब वह एक दिन घर के बाहर फर्शी पर खुद ही देश व उनकी राजधानी के नाम लिखने लगा। जब उससे पूछा, तो वह खुद ही विभिन्न देशों की राजधानी के नाम बताने लगा।
एक ऐसा ही अजूबा है कोटा के छोटे से कस्बे मोईकलां का एक बच्चा जिसे 200 राजधानियों के नाम याद है। हालांकि, चौकाने वाली बात यह है कि आज तक वह स्कूल नहीं गया और उम्र है मात्र 4 साल। इनती छोटी-सी उम्र में ही इस बच्चे को दुनिया भर की इतनी अधिक जानकारी है कि आपके होश उड़ा दे। कोटा जिले का छोटा सा कस्बा है मोईकलां। यहां रहने वाले मनरेगा मजदूर मां-बाप का बेटा है शुभम। जो न कभी स्कूल गया और न ही किसी ने पढ़ाई करवाई। लेकिन, वह चलता-फिरता एनसाइक्लोपीडिया है। किसी भी हिंदी शब्द का अंग्रेजी ट्रांसलेशन कर देता है। भारत का उसे ऐसा जनरल नॉलेज है, जिसका पाला केवल बड़े कॉम्पिटिशन के छात्रों से पड़ता है।
लोग कहने लगे हैं कौटिल्य
कस्बे वाले बच्चे की प्रतिभा देखकर भौचक्के हैं। लोग उसे अभी से राजस्थानी कौटिल्य कहने लगे हैं। दिन में जब भी वह अकेला होता है, देशों की राजधानियों के नाम बोलने लगता है। शुभम के माता-पिता ने बताया कि उसे 200 से अधिक देशों की राजधानी के नाम जुबानी याद हैं। वह बिना समय गंवाए सवाल का जवाब तुरंत दे देता है।
नदी, पुल, मस्जिद के बारे में भी बताया
जब शुभम से देश के पहले प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री व पड़ोसी देशों के बारे में पूछा तो उसने एक-एक कर सातों देशों के नाम बता दिए। उसे यह भी याद है कि विश्व में सबसे छोटा देश कौन सा है। देश की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद है। अपने देश में कितने राज्य हैं और कितने मुख्यमंत्री हैं उसे सब याद है। शुभम यह भी बता देता है कि देश की सबसे लंबी नदी कौन सी है। सबसे बड़ा लीवर पुल कहां है। सबसे लंबी सड़क कौन सी है।
2 महीने पहले चला पता
शुभम के पिता ओमप्रकाश सुमन ने बताया कि बालक की इस विलक्षण प्रतिभा के बारे में 2 महीने पहले तब मालूम पड़ा, जब वह एक दिन घर के बाहर फर्शी पर खुद ही देश व उनकी राजधानी के नाम लिखने लगा। जब उससे पूछा, तो वह खुद ही विभिन्न देशों की राजधानी के नाम बताने लगा।
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