कोटा। कलेक्ट्रेट परिसर की सिंगल विंडो में दलाल काम कर रहे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने लगातार शिकायतों के बाद शुक्रवार को यहां छापा मारा तो ५ दलाल काम करते मिल गए। इनमें मनीष नामक व्यक्ति कंप्यूटर पर फॉर्म की एंट्री कर रहा था और राजेन्द्र प्रजापति, सुरेंद्र, नरेन्द्र व एक अन्य फार्मों की छंटाई। स्थायी कर्मचारी सुनील कुमार से पूछा तो उसने बताया कि वो तो सहयोग कर रहे हैं। भेंट-पूजा देने वालों को ये दलाल एक दिन में जन्म-मृत्यु, जाति और ऐसे ही अन्य प्रमाण पत्र बनाकर दे देते हैं।
विंडो पर रोजाना दोपहर एक बजे तक आवेदन लिए जाते हैं। तब तक दलालों की आवाजाही ना के बराबर रहती है। लेकिन, इसके बाद कागजात का काम शुरू होता है, तो विंडो पर दलालों का कब्जा हो जाता है। वो ही आवेदनों की छंटाई करते हैं और एंट्री भी। जिनसे भेंट-पूजा मिल चुकी होती है उनका काम तेजी से होता है। शाम तक प्रमाण पत्र बनाकर दे भी दिए जाते हैं। लेकिन, जो लोग नियमित प्रक्रिया के तहत आवेदन करते हैं, उन्हें प्रमाणपत्र मिलने में ३ दिन तक लग जाते हैं। लाइन में लगना और अन्य झंझट अलग। इधर, तहसीलदार और कलेक्टर का कहना है कि वे दलालों की सक्रियता से अनजान हैं। खड़े होकर फॉर्म की छटाई और कंप्यूटर में डाटा एंट्री करते ये शख्स दलाल हैं।
विंडो पर रोजाना दोपहर एक बजे तक आवेदन लिए जाते हैं। तब तक दलालों की आवाजाही ना के बराबर रहती है। लेकिन, इसके बाद कागजात का काम शुरू होता है, तो विंडो पर दलालों का कब्जा हो जाता है। वो ही आवेदनों की छंटाई करते हैं और एंट्री भी। जिनसे भेंट-पूजा मिल चुकी होती है उनका काम तेजी से होता है। शाम तक प्रमाण पत्र बनाकर दे भी दिए जाते हैं। लेकिन, जो लोग नियमित प्रक्रिया के तहत आवेदन करते हैं, उन्हें प्रमाणपत्र मिलने में ३ दिन तक लग जाते हैं। लाइन में लगना और अन्य झंझट अलग। इधर, तहसीलदार और कलेक्टर का कहना है कि वे दलालों की सक्रियता से अनजान हैं। खड़े होकर फॉर्म की छटाई और कंप्यूटर में डाटा एंट्री करते ये शख्स दलाल हैं।
0 comments:
Post a Comment