Friday, June 20, 2014

आलू के वायदा कारोबार पर रोक

कोटा। वायदा बाजार नियामक एफएमसी ने आलू के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है। यह जुलाई, अगस्त और सितंबर सौदों के लिए प्रभावी होगी। आलू के बढ़ते दामों को देखते हुए नियामक की ओर से यह फैसला किया गया है।
केंद्र में नई सरकार के आने के साथ ज्यादातर सब्जियों के दामों में तेजी आई है। प्याज का निर्यात घटाने और घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए मंगलवार को सरकार की ओर से प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 300 डॉलर प्रति टन कर दिया गया।
आलू का निर्यात घटाने के लिए भी वह जल्द ही एमईपी तय कर सकती है। वर्तमान में जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स पर ही आलू का सक्रिय व्यापार हो रहा है, जबकि एनसीडीईएक्स पर यह न के बराबर है।
एमसीएक्स ने एक सर्कुलर जारी कर बताया कि नियामक के निर्देश के बाद आलू के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी गई है। यह 18 जून से प्रभावी है। व्यापारियों की ओर से आलू की खरीदारी पर अंकुश लगाने के लिए एमसीएक्स ने मार्जिन मनी को भी पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया है।
एक्सचेंज में मार्जिन मनी को जमा करने के बाद ही वे वायदा कारोबार में हिस्सा ले सकेंगे। खुदरा और थोक दोनों ही बाजारों में आलू और प्याज की कीमतें तेज बनी हुई हैं।

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