Sunday, June 1, 2014

क्या होती है इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट?

मुंबई ब्लास्ट केस में जेल गए संजय दत्त ने कोर्ट से जेल में ई-सिगरेट पीने की इजाजत मांगी थी। सिगरेट के बार में तो सभी जानते हैं, आइए जानें कि आखिर ई-सिगरेट क्या होती है और कैसे यह अलग है एक आम सिगरेट से...ई-सिगरेट या इलेक्ट्रानिक सिगरेट को पीवी या पर्सनल वेपोराइजर भी कहते हैं। ई-सिगरेट एक इलेक्ट्रॉनिक इनहेलर होता है जो उसमें मौजूद लिक्विड को एक प्रक्रिया के द्वारा भाप में बदल देता है। इससे पीने वाले को सिगरेट का अहसास होता है।
कैसे बनती है ई-सिगरेटः ई-सिगरेट में 4 भाग होते हैं। कार्ट्रीज, ऐटमाइजर,बैट्री, लिक्विड। कार्ट्रीजः यह दोनों सिरों से खुला एक प्लास्टिक का छोटा सा पात्र होता है। इसका एक सिरे से लिक्विड को ऐटमाइजर में प्रवाहित होता है, जबकि दूसरे सिरे से स्मोकर के मुंह में वाष्पित लिक्विड प्रवाहित होता है। यह इस सिगरेट का सबसे किनारे वाला हिस्सा होता है। ऐटमाइजरः इसमें एक क्वायल होती है। जो कार्ट्रीज से आने वाली लिक्विड को हिट करके वाष्पित करने का काम करती है। ऐटमाइजर सिगरेट के बीच में होती है। बैट्रीः सिगरेट को पावर प्रदान करने के लिए एक रिचार्जेबल बैट्री का उपयोग करते हैं। लिक्विडः ई-सिगरेट में वाष्प पैदा करने के लिए जिस लिक्विड का प्रयोग करते हैं उसे ई-लिक्विड या ई-जूस कहते हैं। इस लिक्विड को प्रोपलीन गलाइसोल(PG) या वेजीटेबल ग्लिसरीन (VG) या पॉलीथीलीन ग्लाइसोल 400(PGE-400) को जरूरत अनुसार निकोटीन के साथ तैयार किए गए मिश्रण से बनाया जाता है

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